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बाढ़ संभावित क्षेत्रों में पशुधन के बचाव के लिए 32टीमें गठित : जानिए सिरसा जिला के बाढ़ संभावित क्षेत्र

जिला में बाढ़ नियंत्रण कक्ष (94677-16473) स्थापित
 
ajay singh tomar

सिरसा, उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने बताया कि बाढ़ बचाव प्रबंधों के तहत सघन पशुधन विकास परियोजना के तहत जिला में बाढ़ संभावित क्षेत्रों व गांवों में बेहतर पशु स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने एवं पशुओं को सुरक्षित रखने के मद्देनजर 32 विशेष टीमें गठित की गई हैं और बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है जिसका नम्बर 94677-16473 है।

टीमों को आवंटित किए गए  बाढ़ संभावित क्षेत्र ---- बरूवाली-।, भरोखां, संगरसरिस्ता, पनिहारी, बुर्जकर्मगढ़, मुसाहिबवाला, नागोकी तथा सभी ढाणिया, फरवांईकलां, फरवांईखुर्द, नेजाडेला कलां, झोंपड़ा, किराड़कोट, बुढ़ाभाणा, मल्लेवाला व साथ लगती सभी ढ़ाणियां, खैरपुर, बरनाला रोड, वैदवाला, हांडीखेड़ा, खाजाखेड़ा, सलारपुर, नटार व सभी ढाणियां, भावदीन, मौजुखेड़ा, बगुवाली, नरेलखेड़ा, व सुचान, कोटली व साथ लगती ढाणिया, सिकन्दरपुर, बाजेकां, फूलकां व साथ लगती ढाणियां, मोरीवाला, दड़बी, रसूलपुर, थेड़ी व साथ लगती ढाणियां, अलीकां, झिड़ी, ढ़ाबां, बप्पां, नेजाडेलाखुर्द, सहारनी व सभी साथ लगती ढाणियां, मत्तड़, लहंगेवाला, रंगा व साथ लगती सभी ढाणियां, रोड़ी, सुरतियां तथा सभी ढाणियां, फग्गु, कुरंगावाली, दादू व साथ लगती सभी ढाणियां, देसुखुर्द, रोहण, भीमा, मलड़ी व साथ लगती ढाणियां, थिराज, झोरडऱोही, पंजमाला व सभी ढाणियां, ओटू, धनूर, फिरोजाबाद, अबूतगढ़, व सभी ढाणियां, धौतड़, सुलतानपुरियां, नानूआना व सभी ढाणियां, रानियां कस्बा, ढ़ाणी सतनाम सिंह, नगराना, अभौली व साथ लगती ढाणियां, बालासर, मौहम्मदपुरियां, फतेहपुरियां, मंगालिया व सभी ढाणियां, भड़ोलांवाली, रामपुरथेड़ी, नकौड़ा व सभी ढाणियां, अमृतसरकलां, बुड़ीमेड़ी, अमृतसरखुर्द, प्रतापनगर, मिर्जापुर, थोबरिया, हिम्मतपुरा व सभी ढाणियां, माधोसिंघाना, मंगाला, टीटुखेड़ा, मोडियाखेड़ा, शहीदांवाली, भम्भूर, ढाणी काहनसिंह तथा सभी ढाणियां।

इसके अतिरिक्त मल्लेकां, मौजदीन, गिंदड़ावाली, नानकपुर, चकसाहिबा, चकराइयां व साथ लगती ढाणियां, खैरेकां, अहमदपुर, मीरपुर व मीरपुर कॉलोनी, बनसुधार, चामल, खुहवाली ढाणी, झोरडऩाली, सुखचैन ढाणी, केलनियां व ढाणी-400, शमशाबाद पट्टी, पंजुवाना, बुर्जभंगु, साहुवाला-ा, भंगु व साथ लगती सभी ढाणियां, कर्मगढ़, शेखुपुरियां, फतेहपुरियां व साथ लगती ढाणियां, ऐलनाबाद कस्बा, तलवाड़ाखुर्द, धौलपालियां, नीमला, बेरवालाखुर्द व सभी ढाणियां, मौजुखेड़ा, पट्टीकृपाल, ममेरा, शेखुखेड़ा, हुमायुखेड़ा व सभी ढाणियां, संतनगर, हरीपुरा, जीवननगर, करीवाला, संतोखपुरा, हारनी, धर्मपुरा, मंजिल थेड़, शहीदांवाली थेड़ व सभी ढाणियां, सिरसा शहर, खैरपुर को छोड़कर, चत्तरगढ़पट्टी, बेगु, रंगड़ी, रामनगरियां, कंगनपुर, चत्तरगढ़पट्टïी व सभी ढाणियां, ढूढियांवाली, नथौर, सैनपाल, बाहिया, बनी व सभी ढाणियां, कैहरवाला, सादेवाला, मत्तुवाला, बचेर व सभी ढांणियां, कुत्ताबढ़, कोटली, केसुपुरा, रत्ताखेड़ा व सभी ढांणियां, पतलीडाबर, डिंग मोड़, अधीनस्थ बाढ़ प्रभावित क्षेत्र, ढाणी जाटान, मिठनपुरा, कर्मशाना व अधीनस्थ बाढ़ प्रभावित क्षेत्र शामिल हैं।

उपायुक्त ने बताया कि गठित टीमों के इंचार्ज पशुपालन विभाग के संबंधित उपमंडल अधिकारी पशुपालन होंगे। उन्होंने बताया कि गठित टीमों की प्रगति कार्यों की समय-समय पर समीक्षा की जाएगी, इसके लिए टीमों की कार्य प्रणाली का निरीक्षण किया जाएगा। इसके लिए जिला पशु रोग निदान प्रयोगशाला के वीएस डा. जुबिन को नियंत्रण अधिकारी नियुक्त किया गया है।

 

उपायुक्त ने बताया कि सभी टीमों के लिए आवश्यक वैक्सीन व दवाइयों से संबंधित पशु चिकित्सक केंद्रीय भंडार राजकीय पशु चिकित्सालय सिरसा से प्राप्त कर टीमों को उपलब्ध करवाई जाएंगी। सभी टीम इंचार्ज क्षेत्र में पशु स्वास्थ्य संक्रामक रोगों, गलघोटू, रानीखेत, शीप पॉक्स, ईटीवी आदि के टीके लगाकर वैक्सीनेशन / डिवरमिंग आदि करके अपने इलाके के पशु-पक्षियों को इन रोगों से सुरक्षित रखेंगे। पशुपालन विभाग द्वारा बाढ़ से संभावित क्षेत्रों में सभी आवश्यक पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति में पशुओं को तुरंत आवश्यक चिकित्सा सुविधा मिलनी चाहिए। इसके अलावा पशु चिकित्सालय, पशु औषधालय में दवाइयां तथा वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में स्टॉक होने चाहिए।

उपनिदेशक पशुपालन विभाग विद्या सागर बंसल ने बताया कि बाढ़ संभावित क्षेत्रों में लगाई गई टीमों को निर्देश दिए गए हैं कि पशुओं को संक्रामक रोगों से बचाने के लिए आवश्यक वैक्सीन व दवाइयां संबंधित पशु चिकित्सक केन्द्रीय भंडार, राजकीय पशु चिकित्सालय, सिरसा से प्राप्त करके अपने-अपने क्षेत्रों में उपलब्ध करवाई जाएंगी। सभी टीमों को यह निर्देश दिए गए है कि वे अपने क्षेत्र में समय रहते विशेष अभियान चलाकर पशुओं को गलघोटू, रानीखेत, शीप पॉक्स, ईटीवी इत्यादि के टीके लगाए जाएं।

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