नाथूसरी कलां के किसान ईश्वर सिंह को Strawberry और सब्जियों से होती है 15 लाख रुपये सालाना कमाई
किसान ईश्वर सिंह: 14 साल से सब्जियों की खेती से सफलता की कहानी

चोपटा। Agriculture हमेशा से भारत की रीढ़ रही है, लेकिन बदलते समय के साथ Traditional Farming से अधिक लाभ प्राप्त करना चुनौती बनता जा रहा है। अगर किसान के पास सीमित जमीन हो और पूरा परिवार इसी पर निर्भर हो, तो पारंपरिक खेती से गुजारा करना कठिन हो जाता है। खासकर जब प्राकृतिक आपदाएं, जैसे कि Drought या Famine, प्रभावित करती हैं।
हालांकि, गांव नाथूसरी कलां (सिरसा) के किसान ईश्वर सिंह कड़वासरा ने हार मानने की बजाय नया रास्ता अपनाया। उन्होंने Traditional Farming के बजाय Strawberry, Tomato, Watermelon, Zucchini, और अन्य Seasonal Vegetables की Organic Farming शुरू की।
छठी कक्षा तक शिक्षित ईश्वर सिंह ने खेती में नए Innovative Techniques को अपनाकर अपनी Economic Stability को बेहतर बनाया। उन्होंने Strawberry Cultivation और Floriculture के साथ-साथ Seasonal Vegetables उगानी शुरू की। पहले साल में उनकी Income 5 लाख रुपये रही, लेकिन मेहनत और Modern Farming Techniques को अपनाने के कारण अब उनकी Annual Earnings 15 लाख रुपये तक पहुंच गई है।
पारंपरिक खेती से सब्जी की खेती तक का सफर
ईश्वर सिंह बताते हैं कि Traditional Crops में ज्यादा खर्च और मंदे भाव के कारण बचत कम होती थी। इसलिए उन्होंने नया तरीका अपनाने का फैसला किया। उन्होंने अपने परिवार के साथ मिलकर Strawberry Farming और अन्य सब्जियों की खेती शुरू की।
उनके पास 4 एकड़ Land है, जिसमें वे Wheat, Mustard, Cotton, और Narma जैसी फसलें भी उगाते हैं। साथ ही, Modern Agriculture Techniques को अपनाकर आत्मनिर्भर बने। उनकी इस Success Story को देखकर गांव के दो अन्य किसानों ने भी Seasonal Vegetable Farming शुरू कर दी, जिससे अन्य लोगों को भी Employment मिलने लगा है।
इस बार की कमाई का लक्ष्य
ईश्वर सिंह ने इस साल 1 एकड़ में Strawberry Farming की है और इसके साथ Watermelon, Tomato, Zucchini जैसी अन्य सब्जियां भी उगाई हैं। उनकी विशेषता यह है कि वे Chemical Fertilizers का कम से कम उपयोग करते हैं और Organic Farming पर जोर देते हैं। वे मुख्य रूप से Cow Dung Manure और Bio-fertilizers का उपयोग करते हैं और कीटनाशकों के रूप में Organic Pesticides का ही प्रयोग करते हैं।
इस साल उन्होंने 15 लाख रुपये की Earnings का लक्ष्य रखा है, जिसे वे आसानी से प्राप्त करने की उम्मीद कर रहे हैं।
चोपटा में सब्जी और फूलों की मंडी की आवश्यकता
ईश्वर सिंह बताते हैं कि उनके क्षेत्र में कोई बड़ी Vegetable, Fruit & Flower Market नहीं है। इसलिए, उन्हें अपनी उपज को बेचने के लिए दूसरे शहरों में ले जाना पड़ता है, जिससे Transportation Cost अधिक आता है और बचत कम हो जाती है।
अब आसपास के कई किसानों का भी Vegetable Farming की ओर रुझान बढ़ रहा है, जिससे उनकी Income में भी वृद्धि हो रही है। ईश्वर सिंह का मानना है कि यदि चोपटा में Vegetable Market विकसित हो जाए, तो Logistics Cost कम होगा और Profitability में बढ़ोतरी होगी।
निष्कर्ष
ईश्वर सिंह की Success Story यह दर्शाती है कि यदि किसान Traditional Farming के साथ Innovation को अपनाएं और Organic Farming पर ध्यान दें, तो वे अधिक लाभ कमा सकते हैं। उनकी सफलता अन्य किसानों के लिए Inspiration है कि Hard Work, Smart Farming Techniques, और New Technology के माध्यम से खेती को अधिक Profitable बनाया जा सकता है।
(फोटो: Strawberry Harvesting करते हुए किसान ईश्वर सिंह और अन्य मजदूर)