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जानिए सब्जी का उत्पादन कैसे होता है ................................

अधिकतर सब्जी फसलों के बीज छोटे और पतले होते हैं, इसलिए उनकी स्वस्थ और उन्नत पौध तैयार करना आधी फसल उगाने के बराबर होता है। इसके लिए पौधशाला के स्थान का चयन सबसे महत्वपूर्ण होता है।
 
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अधिकतर सब्जी फसलों के बीज छोटे और पतले होते हैं, इसलिए उनकी स्वस्थ और उन्नत पौध तैयार करना आधी फसल उगाने के बराबर होता है। इसके लिए पौधशाला के स्थान का चयन सबसे महत्वपूर्ण होता है। निम्नलिखित बातों का ध्यान रखते हुए पौधशाला का चयन किया जाना चाहिए:

  • स्थान का चयन ऊँचाई पर किया जाना चाहिए जहाँ से पानी का निकास उचित होता है। इससे पौधों को उचित मात्रा में पानी मिलता है जो उनकी स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक होता है।

  • भूमि का पीएच मान लगभग 6.5 होना चाहिए जिससे पौधों को उचित मात्रा में पोषण मिलता है।

  • स्थान पानी के स्रोत के समीप होना चाहिए जिससे पौधों को उचित मात्रा में पानी मिलता है।

  • स्थान खुले में होना चाहिए ताकि पौधों को उचित मात्रा में खुली हवा और सूर्य की रौशनी मिलती हो।
  • स्थान देखरेख की दृष्टि से भी निकट होना चाहिए ताकि पौधों का नियंत्रण आसान हो और उन्हें समय-समय पर देख

यदि भूमि का पहली बार उपयोग किया जा रहा हो तो उसे फफूंद रहित करने के लिए निम्नलिखित कदम अपनाएं।

  • 25 मि.लि. से 1 लिटर पानी में फारमेल्डिहाइड नामक रसायन को घोल बनाएं।
  • चुने गए स्थान पर अच्छी तरह छिड़काव करने के लिए फारमेल्डिहाइड घोल का उपयोग करें।
  • इस स्थान को पॉलिथीन चादर से अच्छी तरह ढंक दें।
  • लगभग एक सप्ताह के बाद पॉलिथीन चादर हटाएं और जगह को अच्छी तरह 3-4 बार जुताई व खुदाई करें।
  • भूमि को अच्छी तरह भुरभुरा बनाएं और 15 दिनों के उपचार के बाद बुवाई के लिए तैयार करें।
  • इस उपचार का उपयोग कमरतोड़ और क्लेडगलन (डैपिंग ऑफ) जैसी बीमारियों को रोकने में सहायता करेगा।

  • क्यारी बनाते समय ध्यान रखें कि प्रति 10 वर्ग मीटर के लिए लगभग 20 से 25 किलोग्राम गोबर की खाद ट्राईकोडर्मा हाजिएनम के साथ 1:50 के अनुपात में मिलाकर 200 ग्राम सिंगल सुपर फास्फेट तथा 15-25 ग्राम इंडोफिल एम

क्यारी के लिए बीज उत्पादन करते समय इन बातों का भी ध्यान रखना आवश्यक होता है:

  • उचित तापमान: बीजों के अंकुरण के लिए उचित तापमान 20-30 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए।
  • उचित नमी: बीज उत्पादन के दौरान उचित नमी की व्यवस्था करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। बीजों की उत्पत्ति के दौरान अधिक नमी वाले क्षेत्रों से बचना चाहिए
  • बीज का चुनाव: उचित बीज का चुनाव करना बीज उत्पादन में बहुत महत्वपूर्ण होता है। बीजों को बीमारियों से मुक्त और उचित वृद्धि के लिए उपयुक्त चुना जाना चाहिए।
  • उचित फसल विकास और संरक्षण: बीजों के उत्पादन के बाद उचित फसल विकास और संरक्षण की व्यवस्था करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। फसल को समय पर उचित दवाओं से संरक्षित रखना चाहिए।
  • समय पर बुआई: बीज उत्पादन के बाद, समय पर फसल की बुआई करना चाहिए। अधिक विलम्ब बुआई से फसल में क्षति हो सकती है।
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