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जानियें कब हैं , अपरा एकादशी की पूजा शामिल करें ये चीजें, होंगी हर मु शि कलें दूर .

 एकादशी तिथि को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
 
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एकादशी पर भगवान विष्णु और धन की देवी लक्ष्मी की पूजा करने से कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं।


ऐसा माना जाता है कि इस एकादशी पर भगवान विष्णु और धन की देवी लक्ष्मी की पूजा करने से कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं।
 एकादशी तिथि को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। अपरा एकादशी ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष में मनाई जाती है। इस बार अपरा एकादशी व्रत 2 जून को रखा जाएगा।

ऐसा माना जाता है कि इस एकादशी पर भगवान विष्णु और धन की देवी लक्ष्मी की पूजा करने से कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं। मान्यता है कि अपरा एकादशी की पूजा की में विशेष चीजें शामिल करनी चाहिए। ऐसा करने से पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है। अपरा एकादशी की पूजा में कौन-सी सामग्री शामिल करनी चाहिए, आज हम आपको बताने जा रहे हैं।


अपरा एकादशी तिथि
पंचांग के अनुसार, एकादशी तिथि 2 जून को सुबह 5.04 बजे शुरू होगी और अगले दिन यानी 3 जून को रात 2.21 बजे समाप्त होगी। ऐसे में अपरा एकादशी व्रत 2 जून को रखा जाएगा।

मान्यता है कि एकादशी की पूजा के दौरान भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करने से सभी समस्याओं से मुक्ति मिलती है और तरक्की के रास्ते खुलते हैं। साथ ही भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है।


विष्णु गायत्री मंत्र
ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥

विष्णु मंगल मंत्र
मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः। मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥

माता लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः।।

ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद। श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:।।

ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि, तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ।।

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