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जानें विदेश में पढ़ाई के दौरान भारतीय छात्रों को इन 4 पार्ट-टाइम जॉब से बचना चाहिए.

विदेश में पढ़ाई के दौरान पार्ट-टाइम जॉब करना आम बात है।
 
विदेश study
टेलीमार्केटिंग से थोड़ा अलग, कॉल सेंटर एजेंट का काम इनकमिंग कस्टमर कॉल्स को संभालना होता है।

विदेश में पढ़ाई के दौरान पार्ट-टाइम जॉब करना आम बात है। भारतीय ही नहीं, बल्कि कई अन्य देशों के छात्र भी अपनी ट्यूशन फीस, रहने-खाने का खर्च और अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए पार्ट-टाइम जॉब करते हैं। इससे उन्हें आर्थिक मदद तो मिलती ही है, साथ ही वर्क एक्सपीरियंस भी हासिल होता है, जो आगे करियर में काम आता है।

लेकिन सही जॉब चुनना बेहद जरूरी होता है, क्योंकि कुछ जॉब्स ऐसी होती हैं जो न केवल पढ़ाई को प्रभावित करती हैं, बल्कि मानसिक और शारीरिक रूप से भी थका देती हैं। अगर आप विदेश में पढ़ाई के साथ जॉब करने की योजना बना रहे हैं, तो कुछ ऐसी नौकरियों से बचना चाहिए जो आपकी शिक्षा पर नकारात्मक असर डाल सकती हैं।

1. टेलीमार्केटर

टेलीमार्केटर की नौकरी छात्रों के बीच इसलिए लोकप्रिय होती है क्योंकि इसमें आमतौर पर अच्छी सैलरी और फ्लेक्सिबल वर्किंग ऑवर्स होते हैं। लेकिन इस जॉब में सबसे बड़ी समस्या यह है कि यह मानसिक रूप से बहुत ज्यादा थकाने वाली होती है। टेलीमार्केटिंग में आपको अनजान लोगों को कॉल करके उन्हें किसी प्रोडक्ट या सर्विस को खरीदने के लिए मनाना पड़ता है।

कई बार लोग रूड होते हैं, गुस्से में जवाब देते हैं या सीधे कॉल काट देते हैं। लगातार इस तरह की नकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने से आत्मविश्वास पर असर पड़ सकता है और मानसिक तनाव बढ़ सकता है।

2. रिटेल असिस्टेंट

रिटेल असिस्टेंट की जॉब का अनुभव इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस स्टोर में काम कर रहे हैं, वहां का वर्क कल्चर कैसा है, और आपको किस तरह के ग्राहकों से डील करना पड़ता है। कुछ स्टोर्स में काम करने का माहौल अच्छा होता है, लेकिन कई जगहों पर प्रेशर बहुत ज्यादा होता है। ग्राहकों की डिमांड पूरी करना, लंबी शिफ्ट में लगातार खड़े रहना और कभी-कभी कड़वे अनुभव झेलना आसान नहीं होता। कई छात्रों को इस जॉब के कारण मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है।

3. कॉल सेंटर एजेंट

टेलीमार्केटिंग से थोड़ा अलग, कॉल सेंटर एजेंट का काम इनकमिंग कस्टमर कॉल्स को संभालना होता है। यह जॉब भी अच्छी सैलरी देती है, लेकिन इसमें हाई-प्रेशर एनवायरमेंट में काम करना पड़ता है। ग्राहकों की समस्याओं को सुनना, समाधान देना और कभी-कभी गुस्से या चिड़चिड़े ग्राहकों से निपटना बहुत ज्यादा थकाने वाला हो सकता है। कई बार छात्रों को देर रात या सुबह जल्दी की शिफ्ट करनी पड़ती है, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो सकती है।

4. डिशवॉशर

डिशवॉशर या बर्तन धोने की नौकरी शारीरिक रूप से बहुत थका देने वाली होती है। इस काम में कई घंटे खड़े रहना पड़ता है और लगातार बर्तन धोने पड़ते हैं, खासकर ऐसे रेस्टोरेंट्स में जहां टेबल टर्नओवर ज्यादा होता है। लंबे समय तक पानी में हाथ डालने और मेहनत करने से शरीर पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा, इस काम में अधिकतर नाइट शिफ्ट करनी पड़ती है, जिससे कॉलेज की क्लास मिस हो सकती हैं।

विदेश में पढ़ाई के दौरान कौन-सी जॉब सही रहेगी?

अगर आप विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं और पार्ट-टाइम जॉब की तलाश में हैं, तो ऐसी नौकरियां चुनें जो फ्लेक्सिबल हों और जिनका आपकी पढ़ाई पर नकारात्मक असर न पड़े। उदाहरण के लिए:

  • लाइब्रेरी असिस्टेंट
  • रिसर्च असिस्टेंट
  • फ्रीलांसिंग (कंटेंट राइटिंग, वेब डिजाइनिंग, डिजिटल मार्केटिंग)
  • ट्यूटरिंग
  • वेटर या बारिस्टा (कम घंटों में अच्छी टिप मिल सकती है)

सही जॉब चुनने से आपको आर्थिक मदद मिलेगी और आपका करियर भी बेहतर होगा।

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