भूगोल विषय में केरियर कैसे बनाये ?

सिरसा । चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा के भूगोल विभाग ने अकादमिक गुणवत्ता, शोध उत्कृष्टता और सामाजिक सरोकारों में निरंतर प्रगति करते हुए आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए प्रवेश प्रक्रिया आरंभ कर दी है।एमएससी जियोग्राफी (भूगोल) की 50 सीट्स हैं और इस विभाग दाखिला लेने के इच्छुक विधार्थी 07 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। cdlu
विभाग का मुख्य उद्देश्य
इस संबंध में जानकारी देते हुए विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर धर्मवीर सिंह ने बताया कि विभाग का मुख्य उद्देश्य नवाचार आधारित शिक्षण-अधिगम पद्धतियों को प्रोत्साहित करना, व्यावसायिक दक्षता को बढ़ाना तथा अंतर्विषयक और उभरते ज्ञान क्षेत्रों में गुणवत्ता युक्त शोध को बढ़ावा देना है। विभाग की दृष्टि है कि मानव और प्राकृतिक प्रणालियों के शैक्षणिक एवं अनुसंधानिक विकास में अग्रणी भूमिका निभाया जाना समय की मांग है।
उन्होंने बताया कि भूगोल विभाग अपने मिशन के अनुरूप महत्वाकांक्षी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने हेतु संकल्पबद्ध है। विभाग छात्रों की क्षमताओं को निखारते हुए उनमें नेतृत्व गुणों का विकास करता है, उन्हें नैतिक मूल्यों से सज्जित करता है तथा अनुसंधान की ओर प्रेरित करता है। यह विभाग ऐसे युवा भूगोलवेत्ताओं का निर्माण कर रहा है जो उच्च शिक्षा, राष्ट्रीय व क्षेत्रीय योजना, जीआईएस, रिमोट सेंसिंग, पर्यावरण संरक्षण तथा सतत विकास के क्षेत्रों में सार्थक योगदान दे सकें। विभाग सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों के समाधान में भूगोल विज्ञान के प्रभावी उपयोग को भी प्राथमिकता देता है।
भूगोल विषय की व्यापक संभावनाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह विषय न केवल अकादमिक और शोध क्षेत्र में, बल्कि रोजगार की दृष्टि से भी अत्यंत समृद्ध है। वर्तमान युग में जीआईएस और रिमोट सेंसिंग विशेषज्ञों की भारी मांग है।
इसके अतिरिक्त शहरी और ग्रामीण योजना, आपदा प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन अध्ययन, पर्यावरणीय प्रभाव आंकलन, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट, जनगणना, मानचित्रण, सरकारी सेवाओं, नीति निर्माण, शिक्षण, अंतरराष्ट्रीय संगठन तथा एनजीओ क्षेत्रों में भूगोल विषय के जानकारों की महती भूमिका है। भूगोल की बहु-विषयक प्रकृति इसे विज्ञान, समाजशास्त्र, पर्यावरण और तकनीक से जोड़ती है, जिससे यह छात्रों के लिए एक व्यवहारिक और रोजगारोन्मुख विकल्प बन जाता है।
उन्होंने बताया कि विभाग में वर्तमान में चेयरपर्सन कार्यालय, क्लर्क कार्यालय, तीन फैकल्टी कार्यालय, तीन कक्षा कक्ष तथा तीन प्रयोगशालाएं उपलब्ध हैं, जो छात्रों को व्यावहारिक एवं सैद्धांतिक दृष्टि से सशक्त बनाने हेतु आधुनिक संसाधनों से युक्त हैं।
भूगोल विभाग न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता की दिशा में अग्रसर है, बल्कि उत्तरदायी नागरिकता और सामाजिक चेतना को भी बढ़ावा देने के लिए एक सशक्त मंच प्रदान कर रहा है। आगामी प्रवेश सत्र में अधिकाधिक छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व शोध के इस समर्पित केंद्र में शामिल होने हेतु आमंत्रित किया गया है। भूगोल विभाग भविष्य की आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुए अपने शैक्षणिक, अनुसंधान व सामाजिक दायित्वों को निरंतर निभा रहा है।