ऐसी स्थिति में मेरे पिता जी मेरा शुल्क देने में समर्य नहीं हैं।
सेवा में ,
श्री मान मुख्या ध्यापक जी ,
दयानंद उच्च विद्यालय,
सिरसा [हरियाणा ]
विषय-एक माफी (फीस माफी) के लिए प्रार्थना-पत्र।
विनम्र निवेदन है कि में आपके विद्यालय की दसवीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ। मैंने इस वर्ष आपने विद्यालय से नौवीं कक्षा कीपरीक्षा 50% अंक लेकर उतीर्ण की है।
हरियाणा सरकार द्वारा एम०आई०टी०सी० कॉरपोरेशन बंद करने के कारण मेरे पिता जी बेरोज़गार हो गए हैं। उन्हें केवलतीन हज़ार रुपए ही पेंशन मिलती है। पाँच सदस्यों वाले परिवार का इतने कम रुपयों में गुजारा होना बहुत कठिन है। कॉरपोरेशनबंद होने के कारण पारिवारिक आर्थिक दशा अत्यंत हीन हो गई है। मेरे अतिरिक्त मेरे दो छोटे भाई भी इस विद्यालय में पढ़ रह हैं। ऐसी स्थिति में मेरे पिता जी मेरा शुन्क देने में समर्य नहीं हैं।
अतः आपसे प्रार्थना है कि आप मेरा शुल्क माफ करके मुझेअनुगृहीत करें, जिससे में अपनी पढ़ाई जारी रख सकूँ। आशा है कि आप मेरी इस प्रार्थना पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेंगे और मुझे शुल्क माफी प्रदान करेंगे। में आपका सदा धन्य वादी रहूँगा ।
आपका आज्ञा कारी शिषय ,
अरुण कुमार
कक्षा -दसवीं
दिनाकं - 20 जुलाई,2024 .