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23 जनवरी को DC कार्यालय का घेराव व 26 को होगी जींद में पंचायत

गेहूं और सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ था। जिसकी गिरदावरी के लिए किसान सभा को आंदोलन करना पड़ा था।
 
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सैकड़ों एकड़ में धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई थी।

हरियाणा के रोहतक स्थित जसबीर स्मारक पर किसान सभा की बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता किसान सभा के जिला प्रधान प्रीत सिंह ने की। वहीं बैठक में किसानों की मांग मनवाने के लिए आगे की रणनीति बनाई गई। ताकि लंबित पड़ी मांगों को पूरा करवाया जा सके। इसके लिए निर्णय लिए।

किसान सभा जिला सचिव बलवान सिंह ने बताया की पिछले साल भारी बारिश और जल भराव के चलते रबी 2022 गेहूं और सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ था। जिसकी गिरदावरी के लिए किसान सभा को आंदोलन करना पड़ा था।

उसके बाद खराबे की रिपोर्ट चंडीगढ़ भेजी गई, लेकिन अभी एक साल बाद तक 60 से ज्यादा गांवों का करोड़ो रुपए का मुआवजा अभी तक वितरित नहीं हुआ।

23 को डीसी कार्यालय का करेंगे घेराव

खरीफ 2022 में भी दर्जनों गांवों में धान की फसल को नुकसान हुआ था। महम के क्षेत्र में तो ड्रेन टूटने से भी कई गावों में जलमग्न हो गए थे। सैकड़ों एकड़ में धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई थी। इन दोनों मुआवजे को जारी करवाने के लिए 23 जनवरी को किसान सभा जिला डीसी कार्यालय का घेराव करेगी।

उत्तर भारत के किसानों की महापंचायत होगी जींद में

किसान सभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पी कृष्णा प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसान आंदोलन के समापन पर किसानों को जो वायदे किए उनसे मुकर देश के किसानों के साथ विश्वासघात किया है। इसलिए आगामी आंदोलन के तहत 26 जनवरी को उत्तर भारत के किसानों की किसान महापंचायत जींद में होने जा रही।

उन्होंने कहा कि फसलों की एमएसपी पर सरकारी खरीद की गारंटी, सभी किसान मजदूरों की कर्जा मुक्ति, बिजली कानून को वापस लिया जाए इसके लिए किसान सभा देश भर में बड़े आंदोलन की तैयारी करेगी। बैठक में 26 जनवरी की जींद महापंचायत की तैयारियों के लिए गांवों में अभियान चलाया जाएगा।

सरकार की निंदा की

किसान सभा रोहतक ने अभी तक गन्ने के रेट में वृद्धि ना करने पर हरियाणा सरकार की निंदा की। प्रदेश के किसान पिराई स्तर से पहले गन्ने का रेट बढ़ोतरी का इंतजार कर रहे थे, लेकिन सरकार ने रेट न बढ़ाकर किसानों को निराश किया है। किसान सभा ने रोहतक ने नहर टूटने से मायना गांव के किसान की दुखद मृत्यु के लिए सरकार से पर्याप्त मुआवजे की मांग की।

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