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देश की लाखो लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनी शनन ढाका, देश की पहली महिला एनडीए टॉपर की सफलता की कहानी | Chopta Plus

शनन ढाका की कहानी के ऐसे बहुत से अनसुने पहलू हैं जिन्हें आप शायद नही जानते होंगे।
 
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NDA 2022 की परीक्षा का हाल ही में रिजल्ट जारी हुआ है। इस परीक्षा में 19 साल की शनन ढाका ने देश की पहली महिला एनडीए टॉपर का स्थान हासिल किया है। हरियाणा राज्य के रोहतक जिले से आने वाली शनन ढाका ने रोहतक को एक इस परीक्षा ने एक नई पहचान दी है। पिछले वर्ष सितंबर के महीने में देश की राष्ट्रिय रक्षा अकादमी (एनडीए) ने पहली बार वुमेंस बैच के चयन की घोषणा की थी। इस वूमेंस बैच का चयन भी पुरुष वर्ग की तरह एक एंट्रेंस परीक्षा के माध्यम से होना था। इस एंट्रेंस में शनन ढाका देश की पहली महिला एनडीए टॉपर बन चुकी हैं।

 

 

देश की लाखो लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनी शनन

परीक्षा के लिए कुल 1 लाख 77 हजार से ज्यादा लड़कियों ने आवेदन दिया था जिसमे से शनन सभी को पीछे छोड़ते हुए पहला रैंक प्राप्त किया है। लिहाजा,शनन को इस सफर में बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शनन ने इस मुकाम को हासिल करने के लिए लगातार 40 दिनों तक दिन में 5 घंटे पढ़ाई की। पढाई के अलावा भी ऐसी बहुत सी तैयारियां थी जो शनन को करनी पड़ी। उनकी कहानी के अनसुने और आपके जीवन में प्रेरणा का उद्गार करने वाले पहलुओं को जानने के लिए आप सफलता टॉक के यूट्यूब चैनल पर जाके उनके इस दिलचस्प इंटरव्यू को देख सकते हैं।

 

 

मां ने सिखाई 19 साल की उम्र में 29 साल वाली परिपक्वकता

यूं तो शनन के पिता और दादा, दोनो ही फौज में रहे हैं लेकिन 19 साल की उम्र में जो समझदारी शनन के अंदर नजर आती है वो असाधारण है। इतनी कम उम्र में इतना संयम और सहज स्वभाव बनाए रखने की सीख शनन की माता गीता देवी ने उनको दी है। इतने कठिन सफर के दौरान खुद को कैसे संभालकर रखना है, इस बात का परिचय आपको शनन ढाका की कहानी में जरूर मिल जाएगा।

 

 

शनन ने बताया की हिस्ट्री सब्जेक्ट उनको बिल्कुल भी पसंद नही था और इसलिए उन्होंने इसकी पढ़ाई भी नही की, जिसके कारण उन्हें हिस्ट्री के बहुत से सवाल नही आते थे। उन्होंने हिस्ट्री में केवल मॉडर्न हिस्ट्री (अंग्रेजी शासन काल) को पढ़ा था। शनन ने बताया की "मुझे हिस्ट्री बिल्कुल भी पसंद नही है और मैने हिस्ट्री की बिल्कुल तैयारी नही की थी।" जहां एक ओर शनन ने हिस्ट्री में खुद को कमजोर बताया तो दूसरी ओर उन्होंने मैथ को अपना मजबूत पक्ष बताते हुए कहा "मैथ मेरा शुरू से ही स्ट्रॉन्ग रहा है और तैयारी के दौरान मुझे लगा की अगर मैं अपने मजबूत पक्ष पर ज्यादा ध्यान दूंगी तो मेरे लिए बेहतर होगा।" शनन ढाका की कहानी के ऐसे बहुत से अनसुने पहलू हैं जिन्हें आप शायद नही जानते होंगे।
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