हरियाणा चुनाव को लेकर AAP के साथ गठबंधन या सांसदों की नाराजगी, फिर होगी CEC बैठक.
हरियाणा कांग्रेस में बड़ी संख्या में सीटों पर खींचतान मची हुई है. इसका समाधान निकालने के लिए सीईसी को दोबारा बुलाया गया है. उप समिति की बैठक के बाद भी 30 से अधिक सीटों पर खींचतान जारी है. सियासी गलियारों में इस खींचतान के पीछे आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन और सांसदों को टिकट नहीं देने का फैसला भी बताया जा रहा है.
हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा हाई है. उम्मीदवारों के नामों पर मंथन किया जा रहा है और लिस्ट फाइनल की जा रही है. इसके अलावा गठबंधन का दौर भी जारी है.
इन सबके बीच जहां एक तरफ बीजेपी की पहली लिस्ट जारी होने के बाद नेताओं की बगावत देखने को मिली है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस में लिस्ट जारी होने से पहले खींचतान शुरू हो गई है. इसके मद्देनजर पार्टी आलाकमान ने फिर से हरियाणा चुनाव को लेकर सीईसी की बैठक बुलाने का फैसला किया है. सीईसी शुक्रवार शाम 5 बजे बुलाई जाएगी.
कांग्रेस आलाकमान ने यह फैसला सीटों को लेकर मची खींचतान को सुलझाने के लिए गठित एक उप समिति की मैराथन बैठक के बाद शुक्रवार शाम 5 बजे बुलाई जाएगी.
कांग्रेस आलाकमान ने यह फैसला सीटों को लेकर मची खींचतान को सुलझाने के लिए गठित एक उप समिति की मैराथन बैठक के बाद लिया है. ऐसे में कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी होने में अब और अधिक समय लग सकता है. दरअसल, हरियाणा कांग्रेस में बड़ी संख्या में सीटों पर खींचतान मची मची हुई है. इसका समाधान निकालने के लिए सीईसी को दोबारा बुलाया गया है. उप समिति की बैठक के बाद भी 30 से अधिक सीटों पर खींचतान जारी है.
सियासी गलियारों में इस खींचतान के पीछे आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन और सांसदों को टिकट नहीं देने का फैसला भी बताया जा रहा है. चर्चा है कि पार्टी के कि पार्टी के कुछ सांसद टिकट न मिलने से नाराज चल रहे हैं. हालांकि पार्टी की तरफ से इसे लेकर अभी कोई बयान सामने नहीं आया है.
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष का मानना है कि इसे शीर्ष निकाय कांग्रेस सीईसी के सामने रखा जाना चाहिए. उप समिति को 30 से अधिक सीटों पर एक से अधिक नामों के सुझाव मिले हैं. सुबह करीब 11 बजे 30 से अधिक सीटों पर निर्णय लेने के लिए उप समिति की दोबारा बैठक होगी. 90 में से लगभग 45 से अधिक अधिक सीटों का निपटारा हो चुका है, लेकिन बाकी लगभग सभी पर फैसला होना अभी बाकी है.
AAP संग गठबंधन का विरोध कर रहे कांग्रेस नेता
हरियाणा के नेता कैप्टन अजय यादव ने भी आम आदमी पार्टी से गठबंधन पर ऐतराज जताया है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व AAP गठबंधन पर फैसला करेगा लेकिन मेरी राय में कांग्रेस को हरियाणा में गठबंधन की जरूरत नहीं है.
इससे पहले पंजाब में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी कांग्रेस-आप गठबंधन का विरोध किया था. उन्होंने कहा था कि हरियाणा में आम आदमी पार्टी से कांग्रेस का गठबंधन नहीं होना चाहिए, जितनी AAP से दूरी होगी, उतना कांग्रेस के लिए बेहतर होगा.
AAP-कांग्रेस में गठबंधन को लेकर हो चुकी कई मीटिंग
सभी की नजर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के संभावित गठबंधन पर है. इस गठबंधन को लेकर दोनों पार्टियां लगातार बैठकें कर रही हैं. कई राउंड की मीटिंग हो चुकी है. लेकिन सीटों के बंटवारे को लेकर पेच फंसा हुआ है. सूत्रों के अनुसार, आम आदमी पार्टी हरियाणा में 10 सीटों की मांग कर रही है, जबकि कांग्रेस ने 7 सीटों का ऑफर दिया है. आम आदमी पार्टी सूत्रों का कहना है कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में एक सीट लड़ी थी.
इस लोकसभा क्षेत्र में 9 विधानसभा सीटें आती हैं. इस आधार पर आप चाहती है कि उसे विधानसभा में 10 सीटें मिले. गठबंधन की संभावनाओं को देखने के लिए कांग्रेस ने एक कमेटी बनाई है. यह कमेटी राज्य में गठबंधन से संबंधित तमाम पहलुओं को देखेगी और पार्टी हाई कमान को एक रिपोर्ट सौंपेगी. इस रिपोर्ट के आधार पर संभावित रूप से तय होगा कि AAP को राज्य विधानसभा चुनाव में कितनी सीटें दी जा सकती है.
बीजेपी में भी लिस्ट जारी होने के बाद नाराजगी
बीजेपी ने बुधवार को 67 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी. लेकिन यह लिस्ट जारी होने के बाद से बीजेपी को को अपने नेताओं की नाराजगी का सामना भी करना पड़ा रहा है. कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. कुछ ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है.
हरियाणा में 5 अक्टूबर को वोटिंग
हरियाणा के विधानसभा चुनाव के लिए पांच अक्टूबर को वोटिंग होगी. यहां एक ही चरण में सभी 90 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. पहले यहां 1 अक्टूबर को वोटिंग होनी थी. लेकिन बिश्नोई समाज के सदियों पुराने त्योहार आसोज अमावस्या के चलते तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है. इसके नतीजे 8 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर चुनाव के साथ ही घोषित किए जाएंगे.