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प्राचीन श्री शनि धाम जीर्णोद्धार वार्षिकोत्सव: 11 जनवरी को सिरसा में आयोजन, अयोध्या में राम मंदिर महोत्सव संग

 
प्राचीन श्री शनि धाम जीर्णोद्धार वार्षिकोत्सव: 11 जनवरी को सिरसा में आयोजन, अयोध्या में राम मंदिर महोत्सव संग

ChoptaPuls News : सिरसा। नोहरिया बाजार स्थित प्राचीन श्री शनि धाम के जीणोद्धार का वार्षिकोत्सव समारोह 11 जनवरी को आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर मंदिर प्रांगण में नवग्रहों के राजा, भाग्य विधाता भगवान श्री शनिदेव जी की कृपा प्राप्ति के लिए शनि पूजा, शनि तेल स्नान, हवन यज्ञ एवं भंडारे का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए श्री शनिदेव मंदिर चेरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारी चंद्रमोहन भृगुवंशी, आनंद भार्गव ने बताया कि नोहरिया बाजार स्थित प्राचीन श्री शनिधाम 250 वर्ष पुराना ऐतिहासिक मंदिर है।

जीणोद्धार के बाद इस मंदिर को ‘शनि धाम’ का रूप दिया गया है। वर्ष 2024 में अयोध्या में भगवान रामचंद्र जी की जन्मस्थली पर बने मंदिर के उद्घाटन के पावन अवसर पर (पौष शुक्ल द्वादशी) को ही शनि धाम में भी देवी देवताओं के विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया गया था। इस बार पौष शुक्ल द्वादशी 11 जनवरी की है। अयोध्या में भगवान राम की जन्मस्थली में वार्षिक उत्सव के साथ साथ सिरसा में शनि धाम का भी वार्षिक उत्सव 11 जनवरी को ही मनाया जाएगा।


ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बताया कि श्री शनि धाम के जीणोद्धार का वार्षिकोत्सव समारोह में 11 जनवरी को प्रात: मंदिर में भगवान शनिदेव की पूजा एवं प्रसाद अर्पित किया जाएगा। तत्पश्चात  नवग्रहों व शनि कृपा प्राप्ति के लिए हवन यज्ञ होगा तथा शनिदेव जी का तेल स्नान प्रारंभ होगा। इसके पश्चात मंदिर में लंगर भंडारा आयोजित होगा।

मंदिर में शाम के समय प्रख्यात भजन गायिका प्रतिष्ठा शर्मा, भजन गायिका सुमन मित्तल व श्री संकट मोचन बाला जी महिला मंडल द्वारा जागरण किया जाएगा।

शनिदेव के दिव्य धाम के रूप में प्रसिद्ध हो रहा है शनि धाम


नोहरिया बाजार स्थित प्राचीन श्री शनि धाम जीणोद्धार के बाद भव्य रूप ले चुका है तथा संभवत: उत्तर भारत में शनिधाम जैसा शनिदेव का भव्य मंदिर नहीं है। इस मंदिर में जहां शनिदेव की 250 वर्ष पुरानी हाथी पर सवार दिव्य प्रतिमा विराजमान है वहीं अब यहां शनि शिला, शनि जी के नौ वाहनों पर सवार अलग अलग रूप तथा नवग्रहों के विग्रहों से इस देवस्थल का महत्व और बढ़ गया है।

संपूर्ण मंदिर परिसर के निर्माण में सफेद रंग का पत्थर व टाइल्स ही इस्तेमाल की गई है जोकि अपने आप में अनुपम है और शनिजी के अन्यत्र मंदिरों में यह नहीं है। इस मंदिर में शनिदेव जी के गुरु महादेव शिव, हनुमान जी, मां दुर्गा के अलावा भगवान राम का दरबार भी स्थापित किया गया है, जिसकी स्थापना अयोध्याजी के दरबार के साथ ही हुई थी। इसके साथ ही यहां चूरू वाले बाबो सा भगवान का दिव्य दरबार भी है जो सिरसा में एकमात्र है। 

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