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गांव खेड़ी में आयुर्वेदिक एवं योग तथा नशा मुक्ति कैंप का आयोजन

शिविर में 118 लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर वितरित की दवाइयां

 
kheri
आयुर्वेद एवं योग को अपनाने के साथ-साथ नशे से दूर रहने के लिए किया प्रेरित

sirsa chopta plus  news । खंड के गांव खेड़ी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुर्वेदिक एवं योग कैम्प आयोजित किया गया। जिसमें चिकित्सकों ने 118 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की और दवाइयां वितरित की। इसके साथ ही योग करने व नशा मुक्ति के लिए लोगों को प्रेरित किया। 

यह जानकारी देते हुए आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर पवन शर्मा ने बताया कि जिला आयुर्वेदक अधिकारी डॉ. गोपाल गोरी  के मार्गदर्शन मे पांच दिवसीय आयुर्वेदिक एवं योग तथा नशा मुक्ति  जागरण शिविर का आयोजन किया गया।  शिविर के अंतिम दिन आयुर्वेदिक औषधालय कागदाना द्वारा आयुर्वेदिक कैम्प लगाया गया। जिसमें डॉ पवन शर्मा व सीएचओ डॉ. रघुवीर सिंह ने मरीजों की जाँच की। 

कैम्प में गांव के सरपंच सुरेश पुनियाँ ने विशेष तौर पर शिरकत की । इसमें डॉ पवन शर्मा ने मौसमी बीमारियों के कारण व बचाव के बारे में बताया। मोटे अनाज खाने के फायदे बताएं। एवं नशा न करने के लिए जागरूक किया। श्रीमति रीतू शर्मा योगा प्रशिक्षक ने सहायक यौगिक क्रियाएँ करवाई व नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया । इस कैम्प में आयुर्वेदिक औषधालय कागदाना से सुनेहा, योग सहायक मनीष कुमार व नरेश कुमार व  अशोक कुमार ने सहयोग किया।

गाँव खेडी की सभी आँगनवाड़ी वर्करों ने सहयोग किया व 118 मरीजों को आयुर्वेदिक दवाईयां दी गई। सीएचओ डॉ रघुवीर सिंह  ने पीपीटी शुगर की जाँच की। नम्बरदार रामप्रताप सिंह, चौकीदार रामसिंह तथा ग्रामीणों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया।

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उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए ली अधिकारियों की बैठक

सिरसा, 8 अप्रैल। उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. जी अनुपमा की वीसी उपरांत कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि आमजन घबराएं नहीं और सचेत रहें कि यदि किसी भी प्रकार के लक्षण नजर आएं तो तुरंत टेस्टिंग कराएं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सहित अन्य विभाग अलर्ट मोड़ में रहें और स्वास्थ्य केंद्रों में फ्लू कॉर्नर अवश्य स्थापित करें। उन्होंने जिला में कोरोना को लेकर की गई व्यवस्थाओं बारे अधिकारियों के साथ विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सिरसा में कोरोना संक्रमण नियंत्रण में है लेकिन कोविड जैसी वैश्विक महामारी को फैलने से रोकने के लिए हर कठिन से कठिन परिस्थितियों के लिए तैयार रहना चाहिए।

उन्होंने जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए की गई मेडिकल सुविधाओं सहित अन्य संबधित व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बैठक में टेस्टिंग व सैंपलिंग सुविधा, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे कार्य, संभावित मरीजों की पहचान और उनकी सैंपलिंग, अस्पताल में एंबुलेंस सेवा, कॉल सेंटर के माध्यम से दी जा रही जानकारियां, चिह्नित किए गए कोविड अस्पताल में मेडिकल उपकरण व सुविधाएं आदि के बारे में विस्तार से जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

उन्होंने बताया कि जिला में टेस्टिंग प्रक्रिया निरंतर चल रही है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को सेंपलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने आमजन को आह्वान किया कि कोविड प्रोटोकॉल की अनुपालना सुनिश्चित की जाए और मास्क का उपयोग किया जाए।

स्वास्थ्य कर्मियों को प्रीकॉशन डोज लगवानी अनिवार्य :

उपायुक्त ने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने लोगों को कोविड संक्रमण से बचाव हेतु वैक्सीनेशन कार्यक्रम के अंतर्गत प्रीकॉशन डोज लगाने वाले व्यक्तियों को नि:शुल्क सप्लीमेंट दिए जाने की बात कही है ताकि नागरिकों को कोविड से बचाने के साथ-साथ संक्रमण को रोका जा सके। राज्य में सभी स्वास्थ्य कर्मियों को जल्द से जल्द प्रीकॉशन डोज लगाई जाएगी और वैक्सीन आने के बाद इन सभी कर्मियों को 7 दिन के भीतर यह डोज लगवानी अनिवार्य की गई है। बैठक में कार्यकारी सीएमओ संदीप गुप्ता, डीप्टी सीएमओ डा. बुद्घराम सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

जिला में मंूग उत्पादन के लिए आठ हजार एकड़ का लक्ष्य, 75 प्रतिशत अनुदान पर मिलेगा बीज

-किसान 10 अप्रैल तक एग्रीहरियाणाडोटजीओडोटइन के साथ एमएफएमबी पर करें आवेदन

सिरसा, दलहन व भूमि की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाने के लिए मूंग पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग 75 प्रतिशत अनुदान पर जिला सिरसा में आठ हजार एकड़ का लक्ष्य रखा गया है। मूंग की खेती के लिए प्रति किसान अधीकतम तीन एकड़ के लिए बीज दिया जाएगा।

उपनिदेशक डा. बाबूलाल ने बताया हरियाणा सरकार ने दलहन की फ सल को बढ़ावा देने के लिए ग्रीष्मकालीन मूंग (किस्म एम0एच-421) पर 75 प्रतिशत अनुदान पर फ सल विविधिकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत देने का प्रावधान किया है। उन्होंने बताया कि मूंग की फसल न केवल दलहन को बढ़ावा देती है बल्कि भूमि की उपजाउ शक्ति को भी बढ़ाता है। इसके साथ ही पानी की भी बचत होती है। उन्होंने बताया कि किसान 10 अप्रैल तक एग्रीहरियाणाडोटजीओडोटइन के साथ एमएफएमबी पर पंजीकरण करवाकर हरियाणा बीज विकास निगम के कार्यालय से बीज ले सकते हैं। पंजीकरण के लिए आधार कार्ड, वोटर कार्ड, किसान कार्ड आदि दस्तावेज जरुरी हैं। एक किसान को अधीकतम 3 एकड़ का बीज दिया जाएगा। 

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