https://www.choptaplus.in/

CBSE : 10वीं-12वीं के छात्रों के लिए एक बड़ी खुश खबरी, जानिए अगले साल से कितने टर्म में होंगी परीक्षाएं, पढिये पूरी खबर

सीबीएसई अगले शैक्षणिक सत्र 2022-23 से पुराने पैटर्न के अनुसार ही बोर्ड परीक्षा का आयोजन करेगा। परीक्षाओं का आयोजन संशोधित 30 प्रतिशत कम किए गए सिलेबस के आधार पर किया जाएगा। नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की तरफ से कक्षा 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा को लेकर बड़ा फैसला लिया गया
 

सीबीएसई अगले शैक्षणिक सत्र 2022-23 से पुराने पैटर्न के अनुसार ही बोर्ड परीक्षा का आयोजन करेगा। परीक्षाओं का आयोजन संशोधित 30 प्रतिशत कम किए गए सिलेबस के आधार पर किया जाएगा।

 

 

नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की तरफ से कक्षा 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। सीबीएसई अगले शैक्षणिक सत्र 2022-23 से पुराने पैटर्न के अनुसार ही बोर्ड परीक्षा का आयोजन करेगा। मतलब सीबीएसई कक्षा 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन दो टर्म में कराने की बजाय साल में केवल एक बार ही आयेजित करेगा। बोर्ड की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार परीक्षाओं का आयोजन संशोधित 30 प्रतिशत कम किए गए सिलेबस के आधार पर किया जाएगा। बता दें कि दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया बोर्ड के इस फैसले से बेहद नाखुश हैं। उन्होंने कहा कि एक साल के अंत की परीक्षा एक उच्च-दांव वाली परीक्षा नहीं होनी चाहिए. हालांकि इस सत्र में जो व्यवस्था लागू है उसके मुताबिक साल में दो बार मूल्यांकन किया जाएगा और उसी के आधार पर अंतिम परिणाम की घोषणा की जाएगी। बाकी सीबीएसई बोर्ड अगले सत्र से इस व्यवस्था को लागू नहीं करेगा।

 

 

 

सीबीएसई बोर्ड ने शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए परीक्षाओं का आयोजन दो टर्म में करवाया है। बोर्ड की तरफ से दो टर्म में परीक्षा करवाने का फैसला शैक्षणिक सत्र 2020-21 के दौरान लिया गया था, जिस समय कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण परीक्षाएं रद्द करनी पड़ गई थी. बता दें कि इस सत्र 2021-22 में टर्म-1 की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन पिछले साल नवंबर-दिसंबर में किया गया था। वहीं टर्म-2 की परीक्षाएं 26 अप्रैल से शुरू हो चुकी हैं। बोर्ड की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार यह फैसला स्कूलों से मिली मंजूरी के आधार पर लिया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में यह प्रस्ताव दिया गया है कि बोर्ड के छात्रों को एक शैक्षणिक सत्र में दो अवसरों पर बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जानी चाहिए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में एक बार मुख्य परीक्षा में और एक बार सुधार परीक्षा में बैठने की अनुमती का प्रस्ताव है। वर्तमान सत्र में टर्म -1 की परीक्षा के प्रश्न पत्र में छात्रों से ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाते हैं, जबकि टर्म -2 की परीक्षा के प्रश्न पत्र में छात्रों से सब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाते हैं।

 

 

 

Rajasthan