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Haryana Budget Session 2025: हरियाणा में 70 साल से अधिक के बुजुर्गों को पांच लाख तक मुफ्त उपचार सुविधा।

राज्य में चिकित्सा शिक्षा के विस्तार को लेकर भी सरकार प्रतिबद्ध है।
 
हरियाणा न्यूज
इस योजना के तहत अब तक 18 लाख 80 हजार लोग लाभान्वित हो चुके हैं


हरियाणा में 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को सालाना पांच लाख रुपये तक मुफ्त उपचार योजना को राज्य में लागू कर दिया है। अक्तूबर-2024 से अभी तक इस योजना के तहत 8 हजार 43 बुजुर्गों को 16 करोड़ रुपये के मुफ्त उपचार की सुविधा मिली है। आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीब परिवारों को पांच लाख रुपये तक उपचार की सुविधा भी दी जा रही है।

विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण ने सरकार की स्वास्थ्य सुविधाओं और चिकित्सा शिक्षा में हो रहे सुधारों पर प्रकाश डाला। वर्तमान सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार और चिकित्सा क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं, जिससे राज्य के नागरिकों को लाभ मिल रहा है।

स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार
राज्य सरकार ने 1 लाख 80 हजार से 3 लाख रुपये तक की वार्षिक आय वाले परिवारों को 1500 रुपये के सालाना अंशदान पर चिकित्सा सुविधा देने की घोषणा की है। इस योजना के तहत अब तक 18 लाख 80 हजार लोग लाभान्वित हो चुके हैं और 2,494 करोड़ रुपये से अधिक की चिकित्सा सेवाएं प्राप्त कर चुके हैं।

इसके अतिरिक्त, सरकार ने 18 अक्तूबर, 2024 से किडनी रोगियों को मुफ्त डायलिसिस सुविधा देने की घोषणा की है। यह सुविधा राज्य के 20 जिला अस्पतालों में उपलब्ध कराई गई है,

साथ ही करनाल, नूंह, रोहतक और अग्रोहा के मेडिकल कॉलेजों में भी यह सेवा दी जा रही है। इससे किडनी रोगियों को आर्थिक राहत मिलेगी और उनकी चिकित्सा सुविधाएं सुलभ होंगी।

मेडिकल कॉलेज और शिक्षा में सुधार
राज्य में चिकित्सा शिक्षा के विस्तार को लेकर भी सरकार प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फरीदाबाद में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की नींव रखी जा चुकी है। 500 बिस्तरों वाले इस मेडिकल कॉलेज पर 625 करोड़ रुपये की लागत आएगी।

सरकार ने हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने के लक्ष्य को दोहराया है। इसी कड़ी में सरिसा में संत सरसाई नाथ मेडिकल कॉलेज का भूमि पूजन पूरा हो चुका है। वर्तमान में राज्य में 15 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं, जबकि 11 नए मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कार्य जारी है।

विशेष चिकित्सा संस्थान
राज्य सरकार ने चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विशेष संस्थानों की स्थापना की है। करनाल में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और इसे जल्द ही चालू किया जाएगा।

कुरुक्षेत्र में देश के पहले श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय में 2020 से अब तक 53 छात्र आयुर्वेद में एमडी कर चुके हैं। पंचकूला के राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में ओपीडी सेवाएं और बीएएमएस की कक्षाएं प्रारंभ हो चुकी हैं।

इसी तरह, नारनौल के पट्टीकरा में बाबा खेता नाथ सरकारी आयुर्वेदिक कॉलेज में भी बीएएमएस की 30 सीटों के लिए तीसरे बैच के प्रवेश पूरे हो चुके हैं।

सरकार की प्रतिबद्धता और भविष्य की योजनाएं
स्वास्थ्य सेवाओं और चिकित्सा शिक्षा में सुधार के ये प्रयास दर्शाते हैं कि सरकार नागरिकों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए गंभीर है। इन योजनाओं के माध्यम से राज्य में उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाओं को सुलभ बनाया जा रहा है, जिससे नागरिकों को समय पर और कम लागत में उपचार मिल सके। भविष्य में सरकार इसी दिशा में और अधिक सुधार करने के लिए प्रतिबद्ध है।

राज्यपाल के अभिभाषण में उल्लिखित योजनाओं से यह स्पष्ट होता है कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में ठोस कदम उठा रही है। इन प्रयासों से न केवल चिकित्सा सुविधाओं में वृद्धि होगी, बल्कि राज्य के युवाओं को चिकित्सा शिक्षा के नए अवसर भी मिलेंगे।

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