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पीएम मोदी के कुवैत पहुँचने पर हुआ शानदार स्वागत :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कुवैत दौरा भारत और कुवैत के रिश्तों के लिए ऐतिहासिक है। पीएम मोदी 21-22 दिसंबर, 2024 को कुवैत के दो दिवसीय दौरे पर हैं। यह दौरा कुवैत के शासक शेख मिशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर हो रहा है।
 
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पीएम मोदी का कुवैत दौरा - मुख्य बिंदु

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कुवैत दौरा भारत और कुवैत के रिश्तों के लिए ऐतिहासिक है। पीएम मोदी 21-22 दिसंबर, 2024 को कुवैत के दो दिवसीय दौरे पर हैं। यह दौरा कुवैत के शासक शेख मिशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर हो रहा है।

इस यात्रा के दौरान, पीएम मोदी कुवैत के उच्च अधिकारियों से मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर बातचीत करेंगे। यह दौरा भारतीय प्रधानमंत्री के लिए कुवैत में एक ऐतिहासिक घटना बन चुका है क्योंकि पिछले 43 वर्षों में कुवैत का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं।

पीएम मोदी का कुवैत दौरा - मुख्य बिंदु:

  1. हवाई अड्डे पर स्वागत: पीएम मोदी का कुवैत में शानदार स्वागत हुआ। कुवैत हवाई अड्डे पर कुवैत के उच्च अधिकारी उनके स्वागत के लिए पहुंचे। पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और भारतीय कलाकारों ने उनके स्वागत में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। इस प्रकार, कुवैत ने भारतीय प्रधानमंत्री का स्वागत बहुत धूमधाम से किया।
  2. कुवैत के शासकों से मुलाकात: इस दौरे के दौरान, पीएम मोदी कुवैत के शासक शेख मिशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा और कुवैत के प्रधानमंत्री अहमद अल-अब्दुल्ला अल-सबा से मुलाकात करेंगे। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण बातचीत होगी। यह मुलाकात भारत और कुवैत के व्यापारिक और राजनीतिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है।
  3. भारत-कुवैत रिश्ते: भारत और कुवैत के बीच ऐतिहासिक और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। कुवैत में भारतीय समुदाय की संख्या काफी अधिक है, और भारतीयों ने कुवैत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कुवैत में लगभग 7 लाख भारतीय नागरिक रहते हैं, जो दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और सांस्कृतिक संबंधों के महत्वपूर्ण कड़ी हैं।
  4. व्यापारिक संबंधों पर चर्चा: इस यात्रा के दौरान व्यापारिक पार्टनरशिप को सशक्त बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। कुवैत और भारत के बीच व्यापार, निवेश और ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण पहल की जा सकती है। कुवैत मध्य-पूर्व का एक महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्र है, और भारत के लिए यह एक प्रमुख ऊर्जा स्रोत भी है, खासकर कुवैत से भारत को तेल आयात होता है।
  5. द्विपक्षीय संबंधों को सशक्त बनाना: पीएम मोदी के कुवैत दौरे का एक और प्रमुख उद्देश्य दोनों देशों के राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रिश्तों को और सशक्त बनाना है। इस दौरे के दौरान, कुवैत के अधिकारियों के साथ विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होगी, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा, और सुरक्षा शामिल हैं।
  6. भारतीय समुदाय से संवाद: पीएम मोदी कुवैत के भारतीय समुदाय से भी मुलाकात करेंगे और उन्हें संबोधित करेंगे। भारतीय समुदाय ने कुवैत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, और पीएम मोदी इस समुदाय की उपलब्धियों और योगदान को सम्मानित करेंगे। इससे कुवैत में भारतीय समुदाय के प्रति भारतीय सरकार की प्रतिबद्धता को भी बढ़ावा मिलेगा।
  7. पिछला दौरा: पीएम मोदी से पहले 1981 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी कुवैत का दौरा कर चुकी थीं। इस समय के बाद भारतीय प्रधानमंत्री का कुवैत दौरा नहीं हुआ था, इसलिए पीएम मोदी का यह दौरा ऐतिहासिक है और दोनों देशों के रिश्तों के लिए एक नया अध्याय खोलने की संभावना है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुवैत दौरे का महत्व:

  • ऐतिहासिक और रणनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण: यह दौरा दोनों देशों के रिश्तों को नई ऊँचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक अहम कदम है।
  • व्यापारिक अवसर: भारत और कुवैत के बीच व्यापारिक संबंधों को और प्रगाढ़ किया जा सकता है, खासकर ऊर्जा और निवेश के क्षेत्रों में।
  • भारत के सशक्त नेतृत्व का संकेत: पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने विदेश नीति में कई महत्वपूर्ण पहल की हैं, और यह दौरा भी उसी का हिस्सा है।
  • भारतीय समुदाय का महत्व: कुवैत में भारतीय समुदाय के योगदान को सराहा जाएगा, जो दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूती प्रदान करेगा।

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