राज कैनाल में मां-बेटे की जान बचाने वाले सरपंच कृष्ण कुमार खोथ व बिजलीकर्मी श्यामलाल खोड ब्रेवरी अवार्ड से सम्मानित

चोपटा। स्वामी विवेकानंद स्कूल अरनियावली में एक विशेष सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें गांव अरनियावली के सरपंच कृष्ण कुमार खोथ और बिजली विभाग में कार्यरत श्यामलाल खोड को उनकी बहादुरी के लिए ब्रेवरी अवार्ड से नवाजा गया। दोनों युवकों ने राजस्थान के राजकनाल में डूब रहे मां-बेटे की जान बचाकर अदम्य साहस का परिचय दिया।
संस्था के अध्यक्ष निहाल सिंह खोथ ने जानकारी देते हुए बताया कि कृष्ण कुमार खोथ गांव के सरपंच हैं और श्यामलाल खोड बिजली विभाग में लाइनमैन के पद पर कार्यरत हैं। दोनों 16 मार्च, रविवार को ऐलनाबाद के विधायक भरत सिंह बैनीवाल के साथ हनुमानगढ़ से लौट रहे थे। रास्ते में राजकनाल के पुल पर उन्होंने तीन व्यक्तियों को नहर में छलांग लगाते हुए देखा।
जान पर खेलकर बचाई दो जानें
अपनी गाड़ी को साइड में लगाकर बिना किसी देरी के कृष्ण कुमार खोथ और श्यामलाल खोड ने बहादुरी दिखाते हुए नहर में छलांग लगा दी। उनमें से एक व्यक्ति तो तैरकर बाहर आ गया, लेकिन एक मां और बेटा डूबने लगे और बचाने के लिए पुकारने लगे। यह देखकर दोनों नौजवानों ने अपनी जान की परवाह किए बिना नहर में उतरकर मां-बेटे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। वहां खड़ी भीड़ के अनुसार, अब तक राजकनाल में गिरने वाला कोई भी व्यक्ति जीवित नहीं बच पाया था, लेकिन इनकी बहादुरी के कारण दो जिंदगियां बच सकीं।
विद्यालय परिवार ने किया सम्मानित
इस वीरता को सलाम करते हुए स्वामी विवेकानंद स्कूल, अरनियावली ने दोनों नौजवानों को ब्रेवरी अवार्ड देकर सम्मानित किया। विद्यालय प्रबंधन ने कहा कि इस तरह के कार्य समाज को प्रेरणा देने वाले हैं और हमें भी जहां अवसर मिले, अपने कर्तव्य का पालन करते हुए लोगों की मदद करनी चाहिए।
समारोह में उपस्थित गणमान्य
इस सम्मान समारोह में कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे, जिनमें सुरेंद्र सहारण, महावीर शर्मा, बनवारी लाल खोथ, भीम सिंह डूडी, रामकृष्ण खोथ, कुलवंतो बैनीवाल, रोहतास जांगड़ा, विक्रम खोथ, विक्रम सैनी, राजवीर खोथ और रामकुमार खोथ आदि शामिल थे।
विद्यालय प्रबंधन ने इस साहसिक कार्य की सराहना करते हुए कहा कि यह वीरता की मिसाल है और समाज को ऐसे बहादुर नागरिकों पर गर्व होना चाहिए।