मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वीरवार देर शाम डेरे में पहुंचकर संत की समाधि पर पुष्प अर्पित किए।
सिरसा। डेरा जगमालवाली के दिवंगत संत वकील साहिब के अंतिम अरदास के मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वीरवार देर शाम डेरे में पहुंचकर संत की समाधि पर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद वे सत्संग भवन में संत वकील साहिब के बेटे से मिले। इस दौरान उन्होंने कहा कि संत साहिब एक नेक इंसान थे। उन्होंने अपनी शिक्षा से लोगों को धर्म का मार्ग दिखाया। यही कारण है कि देश व प्रदेश में उनके अनेक अनुयायी हैं। संत साहिब की परंपरा को आगे बढ़ाने की जरूरत है।
संत वकील साहिब के परिवार से मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने डेरा कमेटी के सदस्यों से सदस्यों से भी बात की। इस दौरान क्या बात हुई, इसके बारे में न तो प्रबंधन समिति ने बात की, न ही मुख्यमंत्री की तरफ से कोई जानकारी दी गई। इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता गोबिंद कांडा, चेयरमैन आदित्य , भाजपा जिला अध्यक्ष शीशपाल कंबोज, कालांवाली के पूर्व विधायक बलकौर सिंह मौजूद रहे।
अब तक नहीं हुआ उत्तराधिकारी का फैसला, हिरासत में लिए लोगों को शाम में छोड़ा
इधर, गद्दी को लेकर चल रहे विवाद के कारण अंतिम अरदास व भोग कार्यक्रम में नए गद्दी धारक का नाम घोषित नहीं किया गया। कार्यक्रम के दौरान पुलिस ने हंगामे की आशंका के मद्देनजर कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। विवाद से बचने के लिए श्रद्धालुओं के हिरासत में लिए जाने की घटना के विरोध में चार-पांच बार लोगों ने हंगामा भी किया।
बता दें कि डेरा जगमालवाली के गद्दीनशीन संत बहादुर चंद वकील साहब ने एक अगस्त को चोला छोड़ दिया था। इनका वीरवार को भोग रखा गया था। कार्यक्रम को शांतिपूर्वक निपटाने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स के अलावा हिसार, फतेहाबाद और हांसी से भी पुलिसकर्मियों की बुलाया गया था। डेरे में बम निरोधक दस्ता और दंगारोधी बल के जवान भी तैनात थे।