Sirsa News:जिला पुस्तकालय में पाठकपुस्तकों से दोस्ती कर लिख रहे कामयाबी की दास्तां।
नगर का जिला पुस्तकालय ऐसे इच्छुक पाठकों के लिए खुला है, जो अपना ज्ञान बढ़ाना चाहते हैं। इस पुस्तकालय में करीब 35,000 पुस्तकों का भंडार सबके लिए उपलब्ध है। इनसे रोजाना करीब 300 युवा और बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें से अधिकतर पाठक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं।
कखग से लेकर आईआरएस, आईएएस, आईपीएस, शोध कार्यों सहित तकनीक और विज्ञान से लेकर हर वह कोर्स जो हम पूरा करना चाहते हैं, उनमें पुस्तकें ही हमारा सहारा होती हैं। समय बीतने के साथ सरकारी नौकरी हो अथवा बड़े संस्थानों में प्रवेश लेने की बात। पुस्तकें हमारे बीच में ही रहती हैं। इनमें से कई पुस्तकें काफी महंगी भी होती हैं। महंगी किताबें खरीदना हर पाठक के बस की बात नहीं होती, लेकिन
जिला पुस्तकालय में पाठकों को कई सुविधाएं मिल रहीं हैं।
यहां आकर केवल विद्यार्थी ही नहीं बल्कि समाज का हर व्यक्ति किताबें मुफ्त पढ़ सकता है। सिरसा में यह पुस्तकालय वर्ष 1984 से संचालित है। यहां पढ़ाई के लिए अच्छा वातावरण उपलब्ध कराया जा रहा है। दो बड़े सभागार हैं, जिनमें 250 पाठकों के साथ बैठकर पढ़ने की क्षमता है। गर्मी के दिनों में वातानुकूलित वातावरण पाठकों को मिल रहा है।
मांग के अनुसार उपलब्ध कराई जा रहीं किताबें : पुस्तकालय में उच्चतर शिक्षा निदेशालय की ओर से मांग के अनुसार हर साल किताबें भेजी जाती हैं। यहां पर हर उम्र के पाठकों की रुचि और मांग के मुताबिक किताबें उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।
पाठक जिन किताबों की मांग करते हैं, उनकी सूची बनाकर उच्चतर शिक्षा विभाग को भेज दी जाती है। उसके बाद वह उन्हें उपलब्ध हो जाती है। स्टाफ समेत किताबों के रखरखाव के लिए अलग से बजट जारी होता है।
जिला पुस्तकालय में ई-लाइब्रेरी की सुविधा भी उपलब्ध है, जिनमें पाठकों को ई-शोध गंगा, ईपीजी पाठशाला, ई-शोध सिंधु, एनडीसी, विद्वान और ई-कोष के लिंक मिलते हैं। ई-शोध गंगा में कई बड़े शोधग्रंथ उपलब्ध हैं, जिनको शोधार्थियों समेत प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे पाठक भी आसानी से पढ़ सकते हैं।