चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा में कुलपति प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक की अध्यक्षता में एंटी रैगिंग कंप्लेंट कमेटी की बैठक में यूजीसी गाइडलाइन्स की अनुपालना पर चर्चा
चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा में एंटी रैगिंग कंप्लेंट कमेटी की बैठक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस बैठक में हायर एजुकेशन इंस्टीटूशन्स में रैगिंग की रोकथाम के लिए यूजीसी द्वारा दी गई गाइडलाइन्स की अनुपालना संबंधी चर्चा की गई।
विश्वविद्यालय में रैगिंग 0 प्रतिशत
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय समय-समय पर एंटी रैगिंग ड्राइव का आयोजन करता रहता है तथा विश्वविद्यालय आज इस स्तर पर पहुंच चुका है कि विश्वविद्यालय में रैगिंग 0 प्रतिशत है। विश्वविद्यालय द्वारा रैगिंग के खिलाफ अनेकों नंबर भी विद्यार्थियों को दिए गए हैं जिनके माध्यम से विद्यार्थी रैगिंग व प्रताड़ना की स्थिति में शिकायत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन भी रैगिंग के खिलाफ विद्यार्थियों के लिए किसी भी प्रकार की मदद के लिए हर समय तैयार है।
संबंध में जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय एंटी रैगिंग कंप्लेंट कमेटी के नोडल अधिकारी प्रोफेसर उमेद सिंह ने बताया कि रैगिंग के खिलाफ जागरूकता लाने के लिए गत माह द यूजीसी नेशनल एंटी रैगिंग मॉनिटरिंग एजेंसी की अनुपालना के अंतर्गत 12 से 18 अगस्त तक एंटी रैगिंग सप्ताह मनाया गया था।
रैगिंग की रोकधाम के लिए निरीक्षण
उन्होंने बताया कि रैगिंग के खिलाफ यूजीसी द्वारा जारी गाइडलाइन्स की अनुपालना पर कमेटी के सदस्यों द्वारा चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय कैंपस रैगिंग फ्री है। कैंपस में दो एंटी रैगिंग स्क्वाड छात्राओं के लिए स्थापित किए गए हैं जो लड़कियों के हॉस्टल, कॉमन रूम, लाइब्रेरी व दो एंटी रैगिंग स्क्वाड छात्रों के लिए स्थापित किए गए हैं जो लड़कों के हॉस्टल, कॉमन रूम, लाइब्रेरी आदि जगह समय-समय पर रैगिंग की रोकधाम के लिए निरीक्षण करते रहेंगे।
यूजीसी हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध करवाया
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अपने सम्मान व स्वाभिमान की रक्षा करते हुए रैगिंग के खिलाफ आवाज उठा सकें व निर्भय होकर विश्वविद्यालय के स्वच्छ वातावरण में अपना भविष्य का निर्माण कर सकें। छात्र-छात्राओं को पोस्टर के माध्यम से विश्वविद्यालय के प्रत्येक टीचिंग ब्लॉक सहित हॉस्टल, लाइब्रेरी व अन्य जगहों पर कमेटी सदस्यों की सूचि उनके मोबाइल नंबर सहित उपलब्ध करवाई गई है। इनमें यूजीसी हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध करवाया गया है।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए भिन्न-भिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन भी समय-समय पर होता रहता है।
ये रहे मौजूद
इस बैठक में कमेटी सदस्यों विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ राजेश कुमार बंसल, प्रोफेसर जोगिन्दर दुहन, प्रोफेसर राज कुमार, डॉ कमलेश, डॉ नीलम, मुन्नी देवी व कृष्ण कुमार ने अपने विचार रखे।