Haryana Govt Jobs: राजमिस्त्री के बेटे का कमाल, 4 बार हासिल की सरकारी नौकरियां, पहले टीचर फिर पुलिस कर्मी और अब...अगला लक्ष्य भी तय
Haryana Government Jobs: गरीब परिवार के बेटे ने चार सरकारी नौकरियां हासिल की, अब लेक्चरर बने सचिन की प्रेरक कहानी
ChoptaPuls News: हरियाणा के हिसार जिले के डोभी गांव के एक युवक ने हरियाणा सरकार की चार नौकरियों में सफलता हासिल की है। सचिन सुथार नाम के इस युवक ने सरकारी नौकरी के रास्ते पर असाधारण सफलता प्राप्त की है। उनकी मेहनत और संघर्ष की यह कहानी हर किसी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
सचिन के संघर्ष और सफलता की कहानी
सचिन सुथार ने सबसे पहले हरियाणा सरकार की क्रीड पंचायत लोकल ऑपरेटर (CPLO) की परीक्षा दी और मार्च 2024 में ग्राम पंचायत लोकल ऑपरेटर के तौर पर नियुक्ति प्राप्त की। हालांकि, उन्होंने इस नौकरी में एक ही दिन काम किया और फिर आगे की परीक्षाओं की तैयारी जारी रखी। इसके बाद, सचिन को हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत मैथ्स टीचर के तौर पर नौकरी मिली और उन्होंने 16 मार्च 2024 को जॉइन किया। अब वह अग्रोहा के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में गणित पढ़ा रहे हैं।
पुलिस भर्ती और एचपीएससी सफलता
इसके बाद, अक्टूबर 2024 में सचिन हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबल के पद पर भर्ती हो गए। हालांकि, उन्होंने इस नौकरी को जॉइन नहीं किया और तीन महीने का एक्सटेंशन लिया क्योंकि वह हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) के इंटरव्यू की तैयारी कर रहे थे। हाल ही में 4 जनवरी को सचिन को सूचना मिली कि उनका चयन HPSC में हो गया है और वह अब पीजीटी मैथ्स के लेक्चरर के तौर पर कार्य करेंगे। हालांकि, उन्हें अभी तक स्टेशन अलॉट नहीं हुआ है।
कड़ी मेहनत का परिणाम
सचिन का कहना है कि उन्होंने अब तक एच-टेट (HTET-TGT), एच-टेट (HTET-PGT), और सी-टेट (CTET-PRT और TGT) की परीक्षा भी पास कर ली है और अब वह यूजीसी नेट और पीएचडी की तैयारी कर रहे हैं। वह कहते हैं कि उन्होंने मेहनत करना कभी नहीं छोड़ा है क्योंकि उनके सपने अभी पूरे नहीं हुए हैं।
परिवार का योगदान
सचिन की मां, सरला देवी, एक गृहणी हैं और उनके पिता राजमिस्त्री हैं। सचिन ने बताया कि उनके माता-पिता ने उन्हें मजदूरी कर के पढ़ाया और कभी भी पढ़ाई में किसी कमी को महसूस नहीं होने दिया। सचिन की बड़ी बहन रेनू भी पढ़ाई में तेज थीं और उन्होंने 12वीं बोर्ड में 98.8% अंक प्राप्त किए थे। हालांकि, शादी के बाद रेनू अब भी टीचर बनने की तैयारी कर रही हैं।
सचिन का प्रेरणादायक संदेश
सचिन का कहना है कि उन्होंने जो कुछ भी हासिल किया है, वह अपने कठिन परिश्रम और निरंतर प्रयासों की बदौलत हासिल किया है। उनके लिए हर दिन एक नई चुनौती है, और वह अपने सपनों को पूरा करने तक रुकने का नाम नहीं लेंगे। सचिन के परिवार और उनके संघर्ष ने इस सफलता की कहानी को और भी प्रेरणादायक बना दिया है।