हल्की बारिश के बाद सर्दी से राहत, चढ़ा पारा:मावठ से रबी की फसलों को होगा फायदा
पश्चिमी विक्षोभ के असर से क्षेत्रवासियों को कड़ाके की सर्दी से राहत मिली है। गुरुवार को दिन भर बादल छाए रहे। वहीं देर शाम को शुरू हुई हल्की बारिश देर रात तक जारी रही। आसमान में शुक्रवार को भी सुबह से बादल छाए रहे और शीतलहर से राहत मिली। जिले में दिन और रात के तापमान में भी बढ़ोतरी हुई है।
मौसम विभाग के मुताबिक 22 जनवरी के बाद प्रदेश में कुछ स्थानों पर मावठ हो सकती है। इससे सर्दी एक बार फिर से बढ़ सकती है। हनुमानगढ़ में 22 और 23 जनवरी को बारिश की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग की मानें तो अगले 5 दिनों के दौरान उत्तर भारत में शीतलहर की कोई स्थिति नहीं है। किसानों के अनुसार यह बारिश फसलों के लिए फायदेमंद होगी।
बीते दिनों कड़ाके की सर्दी से हनुमानगढ़ जिले में भी फसलों को काफी नुकसान हुआ है। रबी की फसलों को शीतलहर और पाले से बचाने के लिए किसान चिंतित हैं। इससे पहले कुछ दिन तक तापमान जमाव बिंदु के आसपास बना हुआ था। खेतों में सुबह बर्फ जमी मिलती थी। इस बर्फ के कारण जिले में कई जगह सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है।
किसानों का कहना है कि कई जगहों पर सरसों में भी नुकसान है। गेहूं की फसल में नुकसान नहीं है। पिछले साल सरसों के भाव अधिक रहने और बुआई से पहले बारिश होने के कारण इस साल सरसों का रकबा बहुत अधिक रहा, लेकिन सरसों के सर्दी की चपेट में आने से किसानों को नुकसान हो गया।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार शनिवार को मौसम साफ रह सकता है जबकि रविवार और सोमवार को एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ इलाके को प्रभावित करेगा। इससे मौसम फिर से सर्द होने की संभावना है। इस दौरान एक बार फिर बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो हिमालय के ऊपर से बन रहे इस पश्चिमी विक्षोभ के असर से आगे के कुछ दिन मौसम बेहद ठंडक भरा रहने की संभावना है।