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NEET UG 2025 ऑल इंडिया टॉपरमहेश पेशवानी का नोहर पहुँचने पर जोरदार स्वागत

NEET UG 2025 Topper Mahesh Peshwani from Nohar Creates History |

 
NEET  UG 2025  ऑल इंडिया टॉपर महेश पेशवानी का नोहर पहुँचने पर जोरदार स्वागत

राजस्थान की धरती ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा से देश को चकित कर दिया है। हनुमानगढ़ जिले के नोहर कस्बे के रहने वाले होनहार छात्र महेश पेशवानी ने NEET UG 2025 परीक्षा में अखिल भारतीय टॉप रैंक हासिल कर इतिहास रच दिया है। महेश की इस सफलता ने ना केवल नोहर बल्कि पूरे राजस्थान को गर्व से भर दिया है।

 

 

नोहर में हुआ भव्य स्वागत

जैसे ही महेश नोहर पहुंचे, पूरा कस्बा मानो एक उत्सव में तब्दील हो गया। रास्तों पर बैंड-बाजों, ढोल-नगाड़ों और फूलों की वर्षा के साथ महेश का स्वागत किया गया। स्थानीय युवा नेता राजेश कन्दोई ने अपने प्रतिष्ठान पर महेश को राजस्थानी साफा पहनाकर, माल्यार्पण और स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया।

देश का टॉपर बना नोहर का बेटा

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET UG) में लाखों छात्रों को पछाड़कर महेश ने AIR-1 यानी All India Rank 1 प्राप्त की है। यह एक असाधारण उपलब्धि है, जो किसी छोटे कस्बे से आने वाले छात्र के लिए पूरे भारतवर्ष के विद्यार्थियों और अभिभावकों के लिए प्रेरणा बन गई है।

गुरुकृपा इंस्टिट्यूट, सीकर से की तैयारी

महेश पेशवानी ने अपनी तैयारी राजस्थान के प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान गुरुकृपा कैरियर इंस्टिट्यूट, सीकर से की थी। कोचिंग के दौरान महेश ने दिन-रात एक करते हुए कठिन परिश्रम और अनुशासन का परिचय दिया। संस्थान के निदेशकों और शिक्षकों ने भी महेश की लगन और समर्पण को उच्च स्तर का बताया।

संस्थान के निदेशक ने बताया कि,

महेश शुरू से ही जिज्ञासु और गंभीर विद्यार्थी था। उसकी सफलता इस बात का प्रमाण है कि प्रतिभा किसी भी सीमित संसाधन में भी निखर सकती है।

राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मिला सम्मान

महेश की इस ऐतिहासिक सफलता पर राजस्थान के राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से बधाई दी और जयपुर में आयोजित सम्मान समारोह में विशेष पुरस्कार व प्रमाण पत्र प्रदान किया। इसके अतिरिक्त नोहर लौटने से पूर्व महेश को योगगुरु स्वामी सुमेधानंद सरस्वती से भी आशीर्वाद मिला, जिन्होंने महेश को युवा भारत का गौरवबताया।

नोहर में हुआ भव्य स्वागत

जैसे ही महेश नोहर पहुंचे, पूरा कस्बा मानो एक उत्सव में तब्दील हो गया। रास्तों पर बैंड-बाजों, ढोल-नगाड़ों और फूलों की वर्षा के साथ महेश का स्वागत किया गया। स्थानीय युवा नेता राजेश कन्दोई ने अपने प्रतिष्ठान पर महेश को राजस्थानी साफा पहनाकर, माल्यार्पण और स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया।

 माता-पिता को भी मिला सम्मान

महेश के माता-पिता, श्री रमेश कुमार पेशवानी और श्रीमती हेमलता पेशवानी, जिन्होंने अपने बेटे के सपनों को साकार करने में हर संभव सहयोग किया, उन्हें भी इस अवसर पर मंच से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में यह भावुक क्षण हर किसी की आंखों को नम कर गया।

श्रीमती हेमलता ने भावुक होते हुए कहा

हमने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि हमारा बेटा पूरे देश में प्रथम आएगा। यह हमारे लिए भगवान का आशीर्वाद है।

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प्रेरणादायक भाषण और शुभकामनाएँ

इस कार्यक्रम में क्षेत्र के कई प्रमुख जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और शिक्षाविद उपस्थित रहे। निवर्तमान जिला लोकपाल विनोद जांगिड़, सरपंच प्रताप सहारण, शिक्षक हेमराज साहू, डॉ. विकास स्वामी, मरू परिक्रमा संपादक डॉ. श्रवण सुथार, हितू भोगराना, मनोज शर्मा, विजय पारीक सहित कई गणमान्य जनों ने अपने विचार रखे।

राजेश कन्दोई ने कहा:

महेश की सफलता केवल उसका व्यक्तिगत गौरव नहीं, बल्कि पूरे समाज और जिले के लिए प्रेरणा का प्रतीक है। अब नोहर केवल कृषि या व्यापार के लिए ही नहीं, शिक्षा के क्षेत्र में भी पहचाना जाएगा।

लड्डू बांटकर बांटी गई खुशी

महेश की इस महान उपलब्धि पर नगर में लड्डू बांटे गए, मिठाइयाँ वितरित की गईं और कई स्थानों पर पोस्टर-बैनर लगाकर जनता ने अपना प्रेम और गर्व प्रकट किया। बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों में समान उत्साह था। कई स्कूलों में विशेष प्रार्थना सभाओं का आयोजन भी किया गया।

महेश की प्रेरणादायक यात्रा

महेश एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं। शुरू से ही मेधावी छात्र रहे महेश ने स्थानीय सरकारी स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। विज्ञान विषयों में विशेष रुचि रखने वाले महेश का सपना था – AIIMS, दिल्ली से डॉक्टरी की पढ़ाई करना। अब यह सपना हकीकत बनने जा रहा है।

महेश कहते हैं:

मुझे विश्वास था कि कठिन परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है। हर असफलता ने मुझे आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।

भविष्य की योजना

महेश अब AIIMS दिल्ली से MBBS करने की योजना बना रहे हैं और भविष्य में सर्जन बनने का सपना रखते हैं। उनका लक्ष्य ग्रामीण भारत में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाना है।

महेश पेशवानी की यह सफलता न केवल एक छात्र की जीत है, बल्कि यह संकल्प, परिश्रम और आत्मविश्वास का जीवंत उदाहरण है। उन्होंने साबित कर दिया कि छोटे शहरों और कस्बों के बच्चे भी राष्ट्रीय पटल पर अपना नाम रोशन कर सकते हैं, यदि उन्हें सही मार्गदर्शन, संसाधन और परिवार का सहयोग मिले।

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