https://www.choptaplus.in/

नोहर क्षेत्र राजस्थान राज्य के हनुमानगढ़ जिले का एक महत्वपूर्ण इलाका है।

नोहर क्षेत्र यूँ तो राजस्थान के सभी इलाकों की तरह बहुत सुंदर प्राकृतिक दृश्यों से भरा हुआ है।

यहां का मौसम अधिकतर समय में थोड़ा गर्म रहता है।

 
nohar fort

नोहर क्षेत्र राजस्थान राज्य के हनुमानगढ़ जिले का एक महत्वपूर्ण इलाका है। यह क्षेत्र तेजी से विकास कर रहा है और इसमें विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं। यहां के मुख्य आवासीय स्थानों में लोहारू, सागरवास, बगटा, भरावती, मथनियां, सार्वखेड़ी आदि शामिल हैं।नोहर क्षेत्र का मुख्य अर्थव्यवस्था फसल उत्पादन है जिसमें खरीफी सीजन में बाजरा, जौ, मक्का और तिल की फसल उत्पादित की जाती है। साथ ही इस क्षेत्र में पशुपालन भी प्रमुख व्यवसाय है।

 

यहां पर देसी गाय, भेड़, बकरी, ऊंट, अर्थात जनवरों के व्यवसाय के साथ-साथ मकानों और आवास के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली जमीन और लकड़ियों का व्यवसाय भी होता है।

 

 

नोहर क्षेत्र यूँ तो राजस्थान के सभी इलाकों की तरह बहुत सुंदर प्राकृतिक दृश्यों से भरा हुआ है। यहां का मौसम अधिकतर समय में थोड़ा गर्म रहता है। इस क्षेत्र में वन्य जीवन भी है जिसमें भैंसे और चीते जैसे विभिन्न जानवर शामिल हैं।नोहर क्षेत्र में अनेक धर्मीय स्थल भी हैं जो धार्मिक और इतिहास की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण हैं। यहां पर हिंदू, मुस्लिम और सिख समुदायों के लोग रहते हैं जो एक दूसरे के साथ एक मेल-जोल और सौहार्दपूर्ण वातावरण में रहते हैं।

 

ऐतिहासिक महत्व - नोहर राजस्थान का एक ऐतिहासिक शहर है जो प्राचीन काल से ही महत्वपूर्ण रहा है। इसका उल्लेख महाभारत के कुछ अध्यायों में भी मिलता है। नोहर में कई मंदिर, गुम्बद और किले विविध धर्मों के लिए धार्मिक केंद्र था।फ्रेंच कनेक्शन - नोहर फ्रांसीसी कनेक्शन के लिए भी जाना जाता है।

यह शहर फ्रांसीसी संस्कृति के ज्ञान में लोगों को प्रशिक्षित करने के लिए एक फ्रेंच भाषा विद्यालय के लिए भी जाना जाता है। खादी का हब - नोहर खादी उत्पादन के लिए मशहूर है। यहां खादी के उत्पादन का काम अधिकतर जल्दबाज़ी से किया जाता है।

मोटर स्पोर्ट्स - नोहर के पास एक मोटर स्पोर्ट्स सर्किट भी है जो मोटर स्पोर्ट्स दोस्तों के लिए आकर्षण का केंद्र है। यहां अक्टूबर में मोटर स्पोर्ट्स के उत्सव मनाया जाता है।जोशीला स्थान - नोहर शहर के आस-पास कई जोशीले स्थान हैं जैसे कि नंगल फुलात, तालचावड़ा, अखेड़ा, गुरू जम्भेश्वर मंदिर आदि। यह जगहें प्रकृति की गोद में स्थित हैं और आकार और साइज के बारे में आपको अच्छी ट्रेकिंग करनी पड़ेगी।

Rajasthan