निर्जला एकादशी से लेकर गंगा दशहरा तक, इस हफ्ते मनाए जा रहे ये व्रत-त्योहार

जून महीने के दूसरे सप्ताह में गंगा दशहरा, निर्जला एकादशी, मिथुन संक्रांति, महेश नवमी समेत प्रमुख तिथियां पड़ रही हैं।
 

धूमावती जयंती  -धूमावती जयंती 14 जून को पड़ रही है।

मिथुन संक्रांति, महेश नवमी

गंगा दशहरा

गायत्री जयंती

निर्जला एकादशी

बुध प्रदोष व्रत


हर महीने कई व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। जून महीने के दूसरे सप्ताह में गंगा दशहरा, निर्जला एकादशी, मिथुन संक्रांति, महेश नवमी समेत प्रमुख तिथियां पड़ रही हैं। ये सभी पर्व किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित माने जाते हैं। ये पर्व 12 जून से 19 जून के बीच मनाए जाएंगे।


जून का दूसरा सप्ताह शुरू हो चुका है। इस हफ्ते कई बड़े व्रत-त्योहार मनाए जाने वाले हैं। निर्जला एकादशी और गंगा दशहरा समेत कई त्योहार इस हफ्ते पड़ रहे हैं। शास्त्रों में वर्णित है कि ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मां गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं। वहीं, निर्जला एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित माना जाता है। इस दिन विधि-विधान से विष्णु जी और देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। आइए, जानते हैं कि इस हफ्ते कौन-से प्रमुख व्रत-त्योहार पड़ रहे हैं।


धूमावती जयंती
धूमावती जयंती 14 जून को पड़ रही है। यह हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। धूमावती जयंती के दिन मां पार्वती के रौद्र रूप की विशेष पूजा होती है। इसी दिन मासिक दुर्गाष्टमी भी मनाई जाएगी।


मिथुन संक्रांति, महेश नवमी
मिथुन संक्रांति और महेश नवमी दोनो पर्व 15 जून को मनाए जाएंगे। महेश नवमी हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा विधि-विधान से की जाती है। सूर्यदेव भी इसी दिन अपना राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। 15 जून को ही सूर्य देव वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे।


गंगा दशहरा
गंगा दशहरा पर्व 16 जून को मनाया जाने वाला है। यह हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन गंगा नदी में स्नान-ध्यान करने की परंपरा है। साथ ही मां गंगा की पूजा भी की जाती है।

गायत्री जयंती
17 जून को गायत्री जयंती मनाई जाएगी। गायत्री जयंती हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन वेदमाता मां गायत्री की पूजा होती है।

निर्जला एकादशी
18 जून को निर्जला एकादशी मनाई जाएगी। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित माना जाता है। इस दिन एकादशी व्रत रखा जाता है और भगवान विष्णु, देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को यह पर्व मनाया जाता है।

बुध प्रदोष व्रत
बुध प्रदोष व्रत 19 जून को पड़ रहा है। प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित माना जाता है है। इस दिन विधि-विधान से भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है। यह पर्व हर महीने कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है।