OM Nama Shivaya, ओम नमः शिवाय , हर हर भोले नमः शिवाय, इसSके पाठ से मिलेगी भगवान शिव की कृपा
मान्यता है कि भगवान शिव की एक अग्नि स्तंभ के रुप में प्रकट हुए थे। तब उनके पांच मुख थे। सबसे पहले जिस शब्द की उत्पत्ति हुई थी वह था ओम इसके बाद नम: शिवाय की उत्पत्ति हुई है। यहां पढ़ें ओम नमः शिवाय , हर हर भोले नमः शिवाय भगवान शिव की आरती।
भगवान भोले नाथ की भक्ति में ओम नमः शिवाय मंत्र का बड़ा ही महत्व है। इस आरती भजन में भगवान शिव के इस महामंत्र का जप उच्चारण किया गया है जिससे पंचाक्षरी मंत्र जप का भी उत्तम लाभ मिल जाता है। तो आज भी गाइए ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय आरती।
ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय
हर हर भोले नमः शिवाय
ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय
हर हर भोले नमः शिवाय
रामेश्वराय शिव रामेश्वराय
हर हर भोले नमः शिवाय
रामेश्वराय शिव रामेश्वराय
हर हर भोले नमः शिवाय