वृक्षारोपण पर निबंध (Essay on Tree Plantation in Hindi)

संगठित तरीके से वृक्ष लगाने की प्रक्रिया को वृक्षारोपण कहते हैं। पेड़ पौधे धरती सभी जीव जंतुओं के जीने का सहारा होते हैं.
 

वृक्षारोपण का पर्यावरण स्वास्थ्य में योगदान-

प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया के दौरान पेड़-पौधे कार्बन डाइऑक्साइड, जो कि एक प्रमुख ग्रीनहाउस गैस है,

वृक्षारोपण की पहल सभी समुदायों को एक साथ लाती है, पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी और संरक्षकता की भावना कोबढ़ावा देती है।

                 
संगठित तरीके से वृक्ष लगाने की प्रक्रिया को वृक्षारोपण कहते हैं। पेड़ पौधे धरती सभी जीव जंतुओं के जीने का सहारा होते हैं। वृक्ष से हमें फल, सब्जियां, दवाईयां, छाया, शुद्ध हवा, ऑक्सीजन, लकड़ी, इत्यादि मिलते रहते है। बड़े पेड़ों के जड़ें भारी बारिश के समय मिटटी के कटाव को रोकती हैं जिससे मिटटी में स्वास्थ्य और स्थिरता बनी रहती है। पेड़ हवा से प्रदुषण को छानते है जिससे वातावरण का हवा स्वच्छ और साफ रहता है। पेड़ पौधे वातावरण से कॉर्बन डाई ऑक्साइड को सोखते है और ऑक्सीजन देते हैं। पेड़ छायादार होते हैं जिससे आते जाते लोग पेड़ के नीचे वक्त गुजरते हैं।

हरे भरे पेड़ पौधों को देखने और उनके साथ वक्त बिताने से मानसिक तनाव, डिप्रेशन मिट जाता है और खुशियां बढ़ती हैं। पेड़ पौधे पारिस्थितिक संतुलन को बनाये रखने में मदद करते हैं। नए पेड़ लगाने के बजाय पुराने पेड़ो को जितना काटा जा रहा है उतना ही प्रदुषण और ग्लोबल वार्मिंग बढ़ता जा रहा है। आये दिन गर्मी बढ़ती जा रही है, देश में 2024 मई में तापमान 48 डिग्री सेंटीग्रेड तक बढ़ गया था क्योकि लोग पेड़ो को लगातार काट रहे है और नए पेड़ लगाने पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसलिए हम सबको वृक्षारोपण की तरफ ध्यान देना चाहिए और पृथ्वी पर जीवन को बचाना चाहिए।


वृक्षारोपण, मानव जीवन के लिए, एक महत्वपूर्ण पर्यावरणीय गतिविधि है जिसके बहुत सारे लाभ हैं। वृक्षारोपण अनियमित जलवायु परिवर्तन, वायु प्रदूषण को कम करने के साथ साथ जैव विविधता को बनाये रखने में मदद करता है।

वृक्षारोपण का पर्यावरण स्वास्थ्य में योगदान-

प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया के दौरान पेड़-पौधे कार्बन डाइऑक्साइड, जो कि एक प्रमुख ग्रीनहाउस गैस है, को अवशोषित करके जलवायु परिवर्तन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह प्राकृतिक प्रक्रिया वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा को कम करती है जिससे ग्लोबल वार्मिंग और इसके संबंधित प्रभाव जैसे बढ़ते समुद्र स्तर को धीमा करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, पेड़ पौधे एक उप उत्पाद के रूप में वायुमंडल में ऑक्सीजन स्तर को बढ़ाते है जो हवा को साफ और स्वच्छ बनाता है। शहरी क्षेत्रों में लोग वृक्षारोपण से ज्यादा लाभान्वित होते हैं क्योंकि पेड़ शहरी गर्मी प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं, जहां मानवीय गतिविधियों और बुनियादी ढांचे के कारण शहर, ग्रामीण परिवेश की तुलना में काफी गर्म हो जाते हैं।

वन और वनों से घिरे हुए क्षेत्र असंख्य प्रजातियों के लिए आवास प्रदान करने के साथ साथ उन्हें भोजन, आश्रय और प्रजनन स्थल प्रदान करते हैं जो कि जैव विविधता पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता के लिए आवश्यक है। इसके अलावा, पेड़ की जड़ें मिट्टी को स्थिर करती हैं, कटाव को रोकती हैं और पानी के रिसाव को बढ़ावा देती हैं जिससे पृथ्वी पर जल चक्र बना रहता है।

पर्यावरणीय लाभ के अलावा, वृक्षारोपण के कई सारे सामाजिक-आर्थिक लाभ भी हैं। पेड़ पौधे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करते हैं, दैनिक जीवन की भागदौड़ से राहत देते हैं और ज्यादा से ज्यादा बाहरी गतिविधियों को प्रोत्साहित करते हैं क्योकि पेड़ छाया के माध्यम से प्राकृतिक शीतलन प्रदान करते हैं जिससे गर्मियों में एयर कंडीशनिंग की आवश्यकता कम हो जाती है।

निष्कर्ष

वृक्षारोपण की पहल सभी समुदायों को एक साथ लाती है, पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी और संरक्षकता की भावना कोबढ़ावा देती है। इसलिए, वृक्षारोपण लम्बे समय से चल रही गंभीर पर्यावरणीय और सामाजिक चुनौतियों का एक बहुआयामी समाधान है। सिर्फ और सिर्फ पेड़ लगाकर ही हम पृथ्वी पर जीवन के सतत विकास को बनाये रख सकते हैं।