किसानों का धरना-प्रदर्शन:ठंड- पाले से सरसों-चने की फसल खराब; बोले- स्पेशल गिरदावरी करा कर सरकार मुआवजा दे
हरियाणा के हिसार जिले में कुछ दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। हिसार शहर व बालसंमद एरिया का न्यूनतम तापमान माइनस तक पहुंच गया था। किसानों के अनुसार पाला गिरने से सरसों व चने की फसलों में काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में किसान संघर्ष समिति हिसार व बालसंमद के किसानों ने सोमवार को लघु सचिवालय में सरसों व चने की स्पेशल गिरदावरी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
सरसों की फसल 80 फीसदी खराब
प्रदर्शन कर किसानों ने कहा कि 22 से 23 जनवरी तक बालसंमद क्षेत्र का प्रदेश भर में सबसे कम तापमान रहा है। इस दौरान इस क्षेत्र में जमकर पाला गिरा है। जिस कारण से सरसों व चने की फसल करीब 70-80 प्रतिशत तक फसल खराब हो चुकी है। वहीं कहीं कहीं 100 प्रतिशत तक पाला की वजह से पूरी तरफ से नष्ट हो चुकी है। संयुक्त किसान संघर्ष समिति बालसंमद के किसानों ने कहा कि सरकार को जिले की फसलों की जल्द से जल्द गिरदावरी करने के आदेश जारी करने चाहिए।
सरसों-चने का नहीं कराया था बीमा
किसान अनिल बाधू ने कहा कि बालसमंद व अन्य क्षेत्र के अधिकतर किसानों ने सरसों व चने का फसल बीमा नही करवाया हुआ है। वही जिन किसानों ने सरसों व चने का बीमा करवाया है। उन्होने बीमा कंपनियों से सम्पर्क किया तो पता चला कि पाला से खराब हुई फसलों का क्लेम फसल बीमा पॉलिसी में नही आता है।
आंदोलन की धमकी
किसानों के बताया कि बीमा कंपनी पाला को प्रकृति आपदा नही मानती है। किसानों को साल 2021 का खराब फसलों का मुआवजा नही मिला है। बता दे मिली जानकारी के अनुसार हिसार जिलें में करीब 1 लाख हेक्टेयर एकड़ में सरसों की फसल है।
किसान नेता सत्यवीर गढ़वाल ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा अगर सरकार जल्द ही गिरदावरी नही करवाती तो किसान जल्द मीटिंग कर बड़े स्तर आंदोलन की शुरू करेंगे।