हरियाणा सरकार का बड़ा कदम: स्टार्टअप और एमएसएमई के लिए गारंटी मुक्त लोन की घोषणा.
हरियाणा सरकार आगामी बजट में स्टार्टअप और छोटे एवं मंझले उद्योगों (एमएसएमई) के लिए एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा पेश किए जाने वाले इस बजट में, स्टार्टअप्स के लिए 20 करोड़ रुपये तक का गारंटी मुक्त लोन देने की घोषणा हो सकती है।
यह लोन आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत क्रेडिट गारंटी स्टार्टअप स्कीम (सीजीएसएस) के अंतर्गत मिलेगा। इसके अलावा, एमएसएमई को भी इसी योजना के तहत 10 करोड़ रुपये तक का लोन मिलने की संभावना है। सरकार इन लोन पर लगने वाले 1.5% शुल्क को घटाकर 1% तक कर सकती है, जो छोटे और मंझले व्यवसायों के लिए एक बड़ा राहत कदम होगा।
मुख्य प्रावधान: स्टार्टअप और एमएसएमई को प्रोत्साहन
हरियाणा सरकार का यह कदम खासतौर पर उन युवा उद्यमियों और व्यवसायियों के लिए महत्वपूर्ण है जो अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए पूंजी की तलाश कर रहे हैं।
स्टार्टअप के लिए 20 करोड़ रुपये तक का गारंटी मुक्त लोन मिलना, हरियाणा को भारत के स्टार्टअप हब के रूप में और मजबूत बना सकता है। इसी तरह, एमएसएमई के लिए 10 करोड़ रुपये तक का लोन उनकी विकास यात्रा को तेज कर सकता है।
अभी तक, क्रेडिट गारंटी स्टार्टअप स्कीम के तहत स्टार्टअप्स को 10 करोड़ रुपये तक का लोन मिल रहा था, जबकि एमएसएमई के लिए यह सीमा 5 करोड़ रुपये थी। इस नए फैसले के तहत यह सीमा दोगुना करने से इन दोनों क्षेत्रों को बड़ा समर्थन मिलेगा।
लोन का क्षेत्रीय वितरण और चयनित उद्योग
हरियाणा सरकार ने उन 27 क्षेत्रों को पहचान लिया है, जिसमें इस लोन का लाभ लिया जा सकता है। ये क्षेत्र सरकार की प्राथमिकता सूची में हैं और इनमें निवेश बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं। इनमें शामिल हैं:
एयरोस्पेस और रक्षा
ऑटोमोटिव और ऑटो कंपोनेंट्स
फार्मास्युटिकल्स और मेडिकल डिवाइस
बायोटेक्नोलॉजी
टेक्सटाइल और अपैरल
केमिकल्स और पेट्रोकेमिकल्स
इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग
खाद्य प्रसंस्करण
शिपिंग, रेलवे, और निर्माण
नई और नवीकरणीय ऊर्जा
सूचना प्रौद्योगिकी (IT) और ITES
पर्यटन और आतिथ्य सेवाएं
चिकित्सा मूल्य यात्रा
परिवहन और रसद सेवाएं
ऑडियो विजुअल सेवाएं, कानूनी सेवाएं, संचार सेवाएं, आदि
इन क्षेत्रों में लोन प्राप्त करने वाले व्यवसायों को सरकार की ओर से खास सहूलत दी जाएगी, जिससे उनका विकास और विस्तार संभव हो सकेगा।
हरियाणा का स्टार्टअप हब के रूप में विकास
गुरुग्राम, हरियाणा का प्रमुख शहर, पहले ही देशभर में एक स्टार्टअप हब के रूप में स्थापित हो चुका है। यहां पर बड़ी संख्या में युवा उद्यमी अपने स्टार्टअप्स चला रहे हैं। इसके अलावा, अंबाला, करनाल, और फरीदाबाद जैसे शहरों में भी स्टार्टअप्स का तेजी से विकास हो रहा है।
इस नई योजना के माध्यम से राज्य सरकार की कोशिश है कि हरियाणा को और अधिक निवेशकों और युवा उद्यमियों के लिए आकर्षक बनाना, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिले।
सरकार का समर्थन और भविष्य के अवसर
हरियाणा सरकार के इस पहल से राज्य में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो सकते हैं। यह योजना युवाओं को व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित करेगी और उन्हें वित्तीय मदद के रूप में एक मजबूत सहारा प्रदान करेगी।
हरियाणा सरकार के एमएसएमई डेवलपमेंट कमिश्नर संजीव चावला ने कहा कि सरकार इस बजट में विशेष प्रावधान कर रही है, जिससे स्टार्टअप और एमएसएमई को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद मिल सके।
निस्संदेह, इस योजना से राज्य में उद्यमिता की भावना को बढ़ावा मिलेगा और हरियाणा को देश में सबसे ज्यादा स्टार्टअप्स वाले राज्यों में से एक बना दिया जाएगा।
इसके साथ ही, हरियाणा का यह कदम न केवल राज्य के आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को साकार करने में मदद करेगा।