जानिए अमृतपाल सिंह को कैसे गिरफ़्तार किया गया.............................

अमृतपाल सिंह को गिरफ़्तार कर लिया गया

अमृतपाल सिंह को कैसे बनाया गया दोषी 

 

गुरुद्वारे से सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर अमृतपाल को गिरफ़्तार किया

अमृतपाल बोला कि दुनिया की कचहरी में हम दोषी हो सकते हैं। सच्चे गुरु की कचहरी में नहीं

अमृतपाल को रोडे गांव गुरुद्वारे में प्रवचन के दौरान गिरफ्तार

choptaplus news 

अमृतपाल को रोडे गांव गुरुद्वारे में प्रवचन के दौरान गिरफ्तार किया गया था। उनके खिलाफ पंजाब पुलिस द्वारा एनएसए (भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत केस दर्ज किया गया था। वह पिछले 36 दिन से फरार था और उन्होंने 23 फरवरी को पंजाब के अजनाला थाने पर हमला किया था। 18 मार्च को पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी की थी, लेकिन उन्होंने फरार हो गए थे।

गत रविवार को रिपोर्टों के अनुसार, पंजाब के वारिस पंजाब के प्रमुख अमृतपाल सिंह को गिरफ़्तार कर लिया गया। पंजाब पुलिस ने मोगा जिले के रोडे गांव के गुरुद्वारे से सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर अमृतपाल को गिरफ़्तार किया। उसकी गिरफ़्तारी के बाद, पंजाब पुलिस उसे फ्लाइट के ज़रिए बठिंडा से असम की डिब्रूगढ़ जेल ले जा रही है।

गुरुद्वारे के ग्रंथी ने बताया कि अमृतपाल शनिवार रात को रोडे गांव पहुंचा था। रविवार सुबह उसे गिरफ़्तार कर लिया गया जब वह प्रवचन दे रहा था। पुलिस को खबर मिली थी कि अमृतपाल समर्थकों की भीड़ के साथ सरेंडर करना चाहता था। भीड़ जमा होने का खतरा था इसलिए पंजाब पुलिस ने उनके पकड़ के लिए सादे कपड़ों में भेस बदले टीम भेजी थी।

अमृतपाल पर NSA के तहत केस दर्ज है और उन्हें पिछले 36 दिनों से खोज रही थी। उन्होंने 23 फरवरी को पंजाब के अजनाला थाने पर एक समर्थक की रिहाई के लिए हमला किया था जिसके बाद केस दर्ज किया गया था। 18 मार्च को पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने के लिए घेराबंदी की थी, लेकिन उन्होंने फरार हो जाने का फायदा उठाया था।

इस बार उनकी मौजूदगी के बारे में सूचना मिलते ही, अमृतसर के SSP सतिंदर सिंह और पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस के IG रविवार सुबह ही गांव रोडे के गुरुद्वारे में पहुंच गए। सादी वर्दी में पहुंची पुलिस टीम ने सुबह-सुबह ही अमृतपाल को गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तारी से पहले रोडे गांव गुरुद्वारे में प्रवचन के दौरान अमृतपाल ने कहा- यह जरनैल सिंह भिंडरांवाले का जन्म स्थान है। उसी जगह पर हम अपना काम बढ़ा रहे हैं और अहम मोड़ पर खड़े हैं। एक महीने से जो कुछ हो रहा है, वह सब सभी ने देखा है। अगर सिर्फ गिरफ्तारी की बात होती, तो गिरफ्तारी के बहुत तरीके थे। हम सहयोग करते।

अमृतपाल बोला कि दुनिया की कचहरी में हम दोषी हो सकते हैं। सच्चे गुरु की कचहरी में नहीं। एक महीने बाद फैसला किया, इसी धरती पर लड़े हैं और लड़ेंगे। जो झूठे केस हैं, उनका सामना करेंगे। गिरफ्तारी अंत नहीं शुरुआत है।'


अमृतपाल को जिस रोडे गांव से पकड़ा गया, वहीं जरनैल सिंह भिंडरांवाला का जन्म हुआ था। वारिस पंजाब दे का प्रमुख बनने के लिए यहीं उसका दस्तारबंदी समारोह हुआ था। अमृतपाल समर्थकों की भीड़ के साथ यहीं सरेंडर करके शक्ति प्रदर्शन करना चाहता था। इसके लिए रविवार का दिन चुना गया था। उसके करीबियों ने ही पंजाब पुलिस से संपर्क कर सरेंडर के बारे में बताया था।

अमृतपाल की NRI पत्नी किरणदीप कौर को 20 अप्रैल को अमृतसर एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन अधिकारियों ने रोक लिया था। वह लंदन जा रही थीं। श्री गुरु रामदास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर किरणदीप से 3 घंटे तक पूछताछ चली। इसके बाद किरणदीप को छोड़ दिया गया था।