रक्षाबंधन से एक दिन पहले घर जाने वालों की संख्या बढ़ गई। बस अड्डों पर यात्री घंटों तक बस का इंतजार करते रहे।
रक्षाबंधन पर्व को लेकर सरकार की तरफ से बहनों को रोडवेज बसों में फ्री यात्रा का उपहार दिया गया है। परिवहन विभाग की तरफ से रक्षाबंधन से एक दिन पहले रविवार दोपहर 12 बजे से महिलाओं के लिए बस यात्रा निशुल्क रही। महिलाओं को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए जिले में 233 बसों का संचालन किया गया।
रक्षाबंधन से एक दिन पहले घर जाने वालों की संख्या बढ़ गई। बस अड्डों पर यात्री घंटों तक बस का इंतजार करते रहे। सुबह के समय अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए महिलाओं को धक्का-मुक्की का शिकार होना पड़ा। दो बजे के बाद यात्रियों के संख्या में कमी आई। राजस्थान, पंजाब और दिल्ली के रूटों की बसों के लिए सवारियों को इंतजार करना पड़ा। इन रूटों पर अमूमन सवारियां ज्यादा रहती हैं। ऐसे में 12 बसें अतिरिक्त चलाई गईं।
दूसरी तरफ परिवहन विभाग ने निजी बस संचालकों की मनमानी रोकने को लेकर बस स्टैंड परिसर में दो टीमें गठित की गई। सहकारी समिति की 40 के आस पास बसें चलीं। परिवहन विभाग की ओर से सोमवार रात 12 बजे तक महिलाओं और 15 साल तक के बच्चों के लिए बस सुविधा निशुल्क रहेगी।
लंबे रूट पर हुई दिक्कत, नहीं मिली सीटें
रोडवेज के लंबे रूट पर चलने वाली बसों की कमी रही। दिल्ली, चंडीगढ़, पानीपत, बीकानेर, भिवानी रूट पर रोडवेज बसों की कमी रहने के कारण दो से तीन घंटे तक यात्रियों को इंतजार करना पड़ा। सिरसा से बसें पूरी तरह से भरी गई और सीटों को लेकर सवारियों में धक्का मुक्की देखने को मिली। यात्रियों को खड़े होकर सफर करना पड़ा।
मिठाई की दुकानों पर रही भीड़
रक्षाबंधन पूर्व को लेकर रविवार होने के बाद भी बाजार में भीड़ रही। शहर के थाना रोड, हंस मार्केट, चार मरला कॉलोनी, जवाहर चौक में राखियों की स्टाल लगीं। रेडिमेड कपड़ों की भी स्टाल लगाई गईं। मिठाइयों की दुकानों पर भी काफी भीड़ रही। दुकानदारों का कहना है कि इस बार खाटू श्याम वाली राखी, कस्टमाइज राखी की ज्यादा मांग है।
रक्षाबंधन को लेकर निजी और रोडवेज बसों में महिलाओं और बच्चों का किराया माफ किया गया है। रोडवेज के कर्मचारियों की ओर से शहर के विभिन्न स्थानों पर निगरानी की जा रही है, ताकि सवारियों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो सके। हिसार-सिरसा रूट पर स्पेशल बसें लगाई गई हैं और जरूरत पड़ी तो सोमवार को भी अतिरिक्त बसें लगाई जाएंगी। - अजय दलाल, महाप्रबंधक, एडिशनल सिरसा