क्या है विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना? जानें कैसे शिल्पकारों के हुनर को लगेंगे पंख?
आपको बता दें, इसको PM-VIKAS के नाम से भी जाना जाता है. इस योजना के तहत कारीगारों और शिल्पकारों को बड़े पैमाने पर फिनांशियल हेल्प दी जाएगी. आइए जानते हैं आखिर इस योजना के तहत किन लोगों को फायदा होगा और इसकी खासियत क्या है.
बजट 2023 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कारीगरों और शिल्पकारों के लिए बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने शिल्पकारों के लिए एक योजना बनाने की घोषणा की है. वित्त मंत्री ने ऐलान करते हुए कहा कि देश के शिल्पकारों और कारीगरों ने आत्मनिर्भर भारत के लिए काम किया है. ऐसे में उनके लिए पहली बार सहायता पैकेज का ऐलान किया जा रहा है. निर्मला सीतारमण ने शिल्पकारों और कारीगरों के लिए एक नई योजना विश्वकर्मा कौशल सम्मान बनाने की घोषणा की है.
आपको बता दें, इसको PM-VIKAS के नाम से भी जाना जाता है. इस योजना के तहत कारीगारों और शिल्पकारों को बड़े पैमाने पर फिनांशियल हेल्प दी जाएगी. आइए जानते हैं आखिर इस योजना के तहत किन लोगों को फायदा होगा और इसकी खासियत क्या है.
कौन ले सकेगा विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना का फायदा
विश्वकर्मा समुदाय के अंतर्गत देश में 140 से ज्यादा जातियां आती हैं. यह देश की एक बड़ी आबादी को कवर करती है. विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के तहत बढ़ई, लोहार, सोनार, मूर्तिकार और कुम्हार जैसे कारीगारों को इस योजना का फायदा मिलेगा ऐसे लोग इस योजना के पात्र माने जाएंगे. वित्त मंत्री के ऐलान के बाद इस योजना को जल्द लॉन्च कर दिया जाएगा, इससे करोड़ों लोगों को फायदा मिलने की आशंका है.
कैसे मिलेगा फायदा?
मनी9 की रिपोर्ट के मुताबिक, विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के तहत सरकार का मोटिव ट्रेडिशनल और स्किल प्रोफेशनल को सशक्त करना है. इससे कारीगरों और शिल्पकारों को फायदा मिलेगा. इसके साथ ही इससे छोटे बिजनेस को भी बढ़ावा मिल सकेगा. इसके अलावा इन लोगों को MSME श्रृंखला से भी जोड़ा जाएगा. जिन लोगों के पास पर्याप्त सेविंग नहीं है, उन्हें पैसे भी दिए जाएंगे. साथ ही कारीगरों और शिल्पकारों को ट्रेनिंग भी मिलेगी. इस योजना की मदद से सेल्फ एम्प्लॉयमेंट के मौके भी मिलेंगे.