जानिए कैसे बनी दूसरी भारतीय महिला अन्तरिक्ष में जाने वाली जो अमेरिकी मूल की दूसरी भारतीय थीं.........................
भारत के आँध्रप्रदेश नामक राज्य के गुंटूर क्षेत्र की सिरिशा बांदला
पहली तेलगू महिला सिरिशा बांदला जिसने यह उपलब्धियां हासिल की
सिरिशा बांदला जो भारतीय मूल की दूसरी महिला जो अंतरिक्ष की यात्रा करने गयी थी
इस रिकॉर्ड को पहले बनाने वाली भारतीय मूल की कल्पना चावला भारतीय महिला बनी।
सिरिशा बांदला, सुनीता विलियम्स और कल्पना चावला के पश्चात् अंतरिक्ष में जाने वाली महिला है
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भारत के आँध्रप्रदेश नामक राज्य के गुंटूर क्षेत्र की सिरिशा बांदला, सुनीता विलियम्स और कल्पना चावला के पश्चात् अंतरिक्ष में जाने वाली महिला है गेलेक्टिक के संस्थापक रिचर्ड ब्रैनसन और चार अन्य सदस्य के साथ गयी अंतरिक्ष मिशन के लिए|
पहली तेलगू महिला सिरिशा बांदला जिसने यह उपलब्धियां हासिल की यह अंतरिक्ष यात्रा 11 जूलाई को शुरु हुई थी सिरिशा बांदला ने अमेरिका के न्यू मैक्सिको शहर से Virgin Galactic’s winged rocket ship से उड़ान भरी थी।
सिरिशा बांदला जो भारतीय मूल की दूसरी महिला जो अंतरिक्ष की यात्रा करने गयी थी यह आंध्र प्रदेश के गूंटूर जिले में जन्मी थी और इस रिकॉर्ड को पहले बनाने वाली भारतीय मूल की कल्पना चावला भारतीय महिला बनी।
कल्पना चावला 2003 में अंतरिक्ष की यात्रा पर गयी थी लेकिन उनके विमान में किसी प्रकार से दुर्घटना ग्रस्त होने से उनकी मृत्यु हो गयी
सिरिशा बांदला ने 2015 में वर्जिन गेलेक्टिक संस्था में सरकारी प्रोजक्ट के रूप में ज्वाइन किया था सिरिशा बांदला ने पढाई में इंजीनियरिंग से ग्रैजुएट पर्ड्यू यूनिवर्सिटी से की है इसके बाद सिरिशा बांदला ने जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी से MBA की डिग्री ली
सिरीशा बंदला के बारे जानकारी
सिरीशा बंदला का जन्म 1987 में हुआ था कल्पना चावला की तरह सिरीशा बंदला का नाम भी चर्चा में हुआ और इसी के साथ हर नागरिक जानना चाहता है सिरीशा बंदला के बारे में| जिनका जन्म आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के तेलोनी गाँव में हुआ था जब यह अंतरिक्ष में गयी थी तब यह 34साल की थी और तेलुगु मूल के वैज्ञानिक ह्यूस्टन, टेक्सास में इसका लालन-पालन हुआ।
तेलुगू संघ के बारे में
सिरीशा बंदला उत्तरी अमेरिका के तेलुगु संघ (टाना) की एक प्रमुख सदस्य हैं, जो उत्तरी अमेरिका में सबसे पुराना और सबसे बड़ा भारतीय-अमेरिकी संगठन है। सिरिशा बंदला ने पर्ड्यू विश्वविद्यालय से वैमानिकी इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। उसके बाद उन्होंने जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डिग्री भी हासिल की। सिरीशा बंदला ने अपने जीवन काल में कई कठिनाइयों का सामना किया।
सिरीशा बंदला की पारिवारिक जानकारी
सिरीशा बंदला के माता-पिता वास्तव में महान हैं। सिरीशा बंदला के माता-पिता डॉ. मुरलीधर बंदला और अनुराधा बंदला हैं। उनके पिता मुरलीधर कृषि वैज्ञानिक हैं। उनकी माता एक गृहणी (House Wife) है। भारत में सिरीशा के जन्म के बाद वे बेहतर अवसरों के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए। वर्तमान में, वह भारत में अमेरिकी दूतावास के साथ काम करते हैं। फिलहाल हर कोई सिरीशा बंदला के बारे में जानने की कोशिश कर रहा है। सिरिशा बंदला के कार्यों से देश की नारी शक्ति को और अधिक बढ़ावा मिला है। और महिलाओं के लिए एक मिशल बनेंगी।
11 जुलाई 2021 को सिरिशा बंदला आंध्र प्रदेश की पहली महिला और अंतरिक्ष में उड़ान भरने वाली भारत में जन्मी दूसरी महिला बनी। वह वर्जिन गेलेक्टिक के सरकारी मामलों और अनुसंधान संचालन विंग और इसकी सहायक वर्जिन ऑर्बिट की उपाध्यक्ष हैं।
सिरीशा बंदला के बारे में “मैंने हमेशा कुछ बड़ा हासिल करने के लिए उसका उत्साह देखा है” और आखिरकार, वह अपना सपना पूरा करने जा रही है। मुझे विश्वास है कि वह इस मिशन में सफल होंगी और पूरे देश को गौरवान्वित करेंगी।