Char Dham Yatra 2023: यमुनोत्री के लिए अब पैदल नहीं बल्कि 'उड़ान' भरेंगे तीर्थयात्री, सरकार बनाने जा रही है ये नया रूट
 

Char Dham Yatra 2023: यमुनोत्री धाम का मंदिर समुद्र तल से करीब 3300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहीं से चारों तीर्थों की यात्रा शुरू होती है।
 
 

 
चार धाम यात्रा: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो गई है। सरकार की ओर से इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी गई है। इस बीच उत्तराखंड सरकार ने यमुनोत्री धाम जाने वाले तीर्थयात्रियों को तोहफा दिया है। इससे अब पांच किमी का सफर चंद मिनटों में पूरा होगा।

167 करोड़ के एमओयू साइन हुए
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा, "यमुनोत्री धाम हमारे राज्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।" यह दुनिया भर में मान्यता प्राप्त है। यमुनोत्री धाम से यात्रा कठिन मानी जाती थी। इसलिए यमुनोत्री रोपवे के लिए आज यानी गुरुवार को 167 करोड़ रुपये का समझौता हुआ, ताकि पर्यटकों को यात्रा के दौरान परेशानी न हो।


पर्यटकों और यात्रियों को बड़ी सुविधा होगी
सीएम धामी ने कहा कि रोपवे से अब यात्रा की दूरी और समय काफी कम हो जाएगा, जो सुविधाजनक होगा. मुझे उम्मीद है कि विकास प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इससे यमुनोत्री धाम की यात्रा करने वाले सभी पर्यटकों और श्रद्धालुओं को लाभ होगा।

पांच किमी एक कठिन चढ़ाई है
जानकारी के अनुसार यमुनोत्री धाम का मंदिर समुद्र तल से करीब 3300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहीं से चारों तीर्थों की यात्रा शुरू होती है। यात्रियों को करीब पांच किमी पैदल चलना पड़ रहा है। ऊंचाई अधिक होने के कारण ऑक्सीजन की मात्रा भी बहुत कम है। सरकार ने इन सभी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए रोपवे बनाने का प्रस्ताव दिया है।