10 जनवरी से मौसम ने ली करवट चारों तरफ कोहरे का कोहराम... अभी नहीं मिलने वाली ठंड से राहत,
ChoptaPuls News : Dense Fog Cold Wave: दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में ठंड ने एक बार फिर तीखे तेवर दिखाए हैं। 10 जनवरी की सुबह दिल्ली और अन्य राज्यों में घने कोहरे ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। कोहरे की घनी चादर ने सड़कों और आसमान को ढक लिया है। ठंडी हवाओं और खराब वायु गुणवत्ता ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। यहां तक कि कई स्थानों पर जलती स्ट्रीट लाइट्स भी कोहरे में दिखाई नहीं दे रही हैं।
कुछ नहीं दिखाई से रहा.. शून्य विजिबिलिटी
शुक्रवार सुबह दिल्ली और एनसीआर में दृश्यता शून्य तक गिर गई। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) ने उड़ानों पर संभावित प्रभाव को लेकर एडवाइजरी जारी की है। हालांकि, कितनी उड़ानें और ट्रेनें प्रभावित हुई हैं, इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिली है। कोहरे का यह प्रकोप जनवरी की शुरुआत से लगातार बना हुआ है, जब 2 और 3 जनवरी को भी दृश्यता नौ घंटे तक शून्य पर बनी रही।वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में.. प्रदूषण पर विशेष निर्देश
घने कोहरे के साथ ही वायु गुणवत्ता भी गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है. शुक्रवार सुबह दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 409 रिकॉर्ड किया गया, जो प्रदूषण के ‘गंभीर’ स्तर को दर्शाता है. धीमी हवाओं और घने कोहरे ने वायु प्रदूषण को और बढ़ावा दिया है. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने तीसरे चरण के तहत प्रदूषण रोधी उपायों को तुरंत लागू करने के निर्देश दिए हैं.
उधर हिमाचल में बर्फबारी, कश्मीर में चिल्ला-ए-कलां का असर
उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में भी ठंड का प्रकोप जारी है। हिमाचल प्रदेश के शिमला और ऊंचाई वाले इलाकों में सप्ताहांत पर बर्फबारी की संभावना है। वहीं, कश्मीर में ‘चिल्ला-ए-कलां’ के चलते न्यूनतम तापमान -10.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट की संभावना है।
पंजाब-हरियाणा और राजस्थान में भी ठंड का कहर
पंजाब और हरियाणा में मोगा 2.3 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा स्थान रहा, जबकि राजस्थान में फतेहपुर का तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया. राजस्थान के कई इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है, जिससे ठंड और बढ़ने की आशंका है.
क्या आगे है राहत की उम्मीद?
मौसम विभाग के अनुसार, ठंड और कोहरे से फिलहाल राहत की संभावना नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक बनी रह सकती है। नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे सतर्क रहें, आवश्यक सावधानियां बरतें और गर्म कपड़े पहनें।