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मौसम बदलने से इम्यूनिटी हो सकती है कमजोर – जानें डॉक्टर के बताए 6 उपाय।

सेरोटोनिन और मेलाटोनिन हार्मोन हमारे मूड और नींद को नियंत्रित करते हैं,
 
बदलते मौसम
डॉक्टर राकेश गुप्ता के अनुसार, इस दौरान सही डाइट, नियमित व्यायाम और अच्छी नींद जरूरी होती है।

मौसम में बदलाव हमारे शरीर और दिमाग पर गहरा प्रभाव डालता है। सर्दियों के बाद जब गर्मियों की शुरुआत होती है, तो हमारे शरीर को नए वातावरण में ढलने में समय लगता है।

इस दौरान इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है, जिससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। बदलते मौसम में सर्दी-खांसी, वायरल संक्रमण, पाचन समस्याएं, मानसिक तनाव और थकान जैसी परेशानियां आम हो जाती हैं।

नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स के डॉक्टर राकेश गुप्ता के अनुसार, इस दौरान सही डाइट, नियमित व्यायाम और अच्छी नींद जरूरी होती है। आइए जानते हैं, मौसम परिवर्तन के प्रभाव और इससे बचने के 6 असरदार उपाय।

मौसम बदलने का शरीर और दिमाग पर असर

1. ब्रेन और हार्मोन पर प्रभाव

सर्दियों में धूप कम मिलने से सेरोटोनिन हार्मोन का स्तर कम हो सकता है, जिससे सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (SAD) या डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। सेरोटोनिन और मेलाटोनिन हार्मोन हमारे मूड और नींद को नियंत्रित करते हैं, इसलिए मौसम बदलने पर कई लोगों को मूड स्विंग, चिड़चिड़ापन और तनाव की शिकायत होती है।

2. इम्यून सिस्टम में बदलाव

ठंड के मौसम में शरीर वायरल संक्रमण से लड़ने पर अधिक ध्यान देता है, जबकि गर्मियों में बैक्टीरिया जनित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। बदलते मौसम में इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण सर्दी-खांसी, गले में खराश और पेट की समस्याएं हो सकती हैं।

3. शारीरिक समस्याएं

मौसम में बदलाव से शरीर थकान और कमजोरी महसूस कर सकता है क्योंकि इसे नए तापमान में ढलने में समय लगता है। इसके अलावा, पाचन तंत्र पर भी असर पड़ सकता है, जिससे अपच, पेट फूलना और एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

4. मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

बदलते मौसम से नींद की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है, जिससे तनाव और चिंता की समस्या बढ़ सकती है। कई लोगों को अनिद्रा, बेचैनी और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होती है।

मौसम बदलाव से बचने के उपाय

डॉक्टरों के अनुसार, कुछ आसान उपाय अपनाकर हम मौसम परिवर्तन के नकारात्मक प्रभावों को कम कर सकते हैं।

1. हेल्दी डाइट लें

  • प्रोबायोटिक्स (जैसे दही, छाछ) का सेवन करें, जिससे पेट की सेहत बेहतर बनी रहे।
  • फल, हरी सब्जियां और साबुत अनाज से भरपूर संतुलित आहार लें।
  • ज्यादा तेल-मसाले वाले और प्रोसेस्ड फूड से बचें।

2. नियमित व्यायाम करें

  • रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करें, जैसे योग, टहलना या स्ट्रेचिंग।
  • व्यायाम से शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है और मूड बेहतर रहता है।

3. पर्याप्त नींद लें

  • रोजाना 7-8 घंटे की गहरी नींद लें, जिससे शरीर के हार्मोन संतुलित रहें।
  • सोने से पहले स्क्रीन टाइम कम करें और हल्की किताब पढ़ें या ध्यान करें।

4. मेंटल हेल्थ का ध्यान रखें

  • यदि आपको मूड स्विंग या चिंता महसूस हो, तो किसी विशेषज्ञ से सलाह लें।
  • मेडिटेशन और गहरी सांस लेने की तकनीक अपनाएं।

5. हाइड्रेटेड रहें

  • दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, ताकि शरीर डिहाइड्रेशन से बचा रहे।
  • नारियल पानी, हर्बल टी और ताजे फलों का रस फायदेमंद हो सकता है।

6. साफ-सफाई का ध्यान रखें

  • संक्रमण से बचने के लिए हाथ धोने की आदत डालें।
  • साफ-सुथरे कपड़े पहनें और खानपान की स्वच्छता का ध्यान रखें।
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