दलित साहित्य पर निबंध .
दलित साहित्य से तात्पर्य दलित जीवन और उसकी समस्याओं पर लेखन को केन्द्र में रखकर हुए साहित्यिक आंदोलन से है जिसका सूत्रपात दलित पैंथर से माना जा सकता है।
Updated: Jun 29, 2024, 16:37 IST
साहित्य में दलित
हिंदी दलित साहित्य
तेलुगु दलित साहित्य
गुजराती दलित साहित्य
कन्नड दलित साहित्य
प्रमुख हिंदी दलित साहित्यकार
ओमप्रकाश वाल्मीकि
मोहनदास नैमिशराय
सूरजपाल चौहान
जयप्रकाश कर्दम
तुलसी राम
असंगघोष
श्याम निर्मोही
दलित साहित्य से तात्पर्य दलित जीवन और उसकी समस्याओं पर लेखन को केन्द्र में रखकर हुए साहित्यिक आंदोलन से है जिसका सूत्रपात दलित पैंथर से माना जा सकता है। दलितों को हिंदू समाज व्यवस्था में सबसे निचले पायदान पर होने के कारण न्याय, शिक्षा, समानता तथा स्वतंत्रता आदि मौलिक अधिकारों से भी वंचित रखा गया।