हिंदी साहित्य बाल पत्रिकाओं की भूमिका और दायित्व
वे पत्रिकाएँ जिनमें बच्चों के अनुकूल साहित्य प्रकाशित होता है, वही बाल पत्रिकाएँ कही जाती हैं।
एक ऐसा वर्ग भी है जो मनोरंजन के साथ–साथ शिक्षा को भी बाल पत्रिकाओं का उद्देश्य मानता है।
Updated: Jul 15, 2024, 13:23 IST
शैक्षिक बाल साहित्य के मुख्यतः तीन रूप हैं – सूचनात्मक, विचारात्मक और भावनात्मक।
सूचनात्मक रचनाएँ वे हैं, जिनमें सीधे–सीधे सूचनाएँ दी जाती हैं।