Retail Inflation: खुदरा मुद्रास्फीति फरवरी में 6.44 प्रतिशत रही, जो जनवरी की तुलना में थोड़ी कम है
खुदरा महंगाई फरवरी में खुदरा महंगाई दर 6.44 फीसदी रही। यह जनवरी के मुकाबले थोड़ा कम है। जनवरी में खुदरा महंगाई दर 6.52 फीसदी थी। यह अभी भी आरबीआई के टॉलरेंस बैंड से ऊपर बना हुआ है।
खुदरा महंगाई फरवरी में खुदरा महंगाई दर 6.44 फीसदी रही। यह जनवरी के मुकाबले थोड़ा कम है। जनवरी में खुदरा महंगाई दर 6.52 फीसदी थी। यह अभी भी आरबीआई के टॉलरेंस बैंड से ऊपर बना हुआ है। फरवरी में खाद्य मुद्रास्फीति 5.95 प्रतिशत रही, जो जनवरी में 6 प्रतिशत थी।
अनाज और दूध की महंगाई दर काफी ऊंची रही है। फरवरी में अनाज और इससे जुड़े उत्पादों की महंगाई दर 16.73 फीसदी थी। दूध और संबद्ध उत्पादों की मुद्रास्फीति 9.65 प्रतिशत रही। मसालों में भी महंगाई देखने को मिल रही है।
लगातार दूसरे महीने महंगाई दर 6 फीसदी से ऊपर रही। अप्रैल में फिर से ब्याज दरें बढ़ने का अनुमान है। आरबीआई ने 8 फरवरी को रेपो रेट को एक चौथाई फीसदी बढ़ाकर 6.50 फीसदी कर दिया था। अब जब खुदरा मुद्रास्फीति फिर से आरबीआई के सहनशीलता बैंड के बाहर पहुंच गई है, तो कर्ज के फिर से महंगा होने का खतरा बढ़ गया है।