हरियाणा में मौसम का बदला मिजाज: अगले चार दिन कैसा रहेगा हाल।

हरियाणा में फरवरी के अंतिम सप्ताह में मौसम ने करवट ले ली है। राज्य के कई जिलों में हल्की बारिश और बूंदाबांदी के चलते ठंडक बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार, 28 फरवरी को पश्चिमी विक्षोभ के असर से एक और दो मार्च तक मौसम परिवर्तनशील बना रहेगा। इस दौरान कुछ इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना भी जताई गई है।
नारनौल में बदला मौसम का मिजाज
हरियाणा के नारनौल जिले में गुरुवार सुबह से ही काले घने बादल छाए हुए हैं। हल्की बारिश के कारण ठंडक बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार, नारनौल में अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 14.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। अगले कुछ दिनों तक यहां बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने की संभावना है।
पानीपत में लगातार हो रही रुक-रुक कर बारिश
पानीपत में गुरुवार सुबह छह बजे से हल्की बारिश हो रही है, जो रुक-रुक कर जारी है। ठंडी हवाओं के चलते लोगों को हल्की ठिठुरन का एहसास हो रहा है। यहां अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हवा की गति 16 किलोमीटर प्रतिघंटा बनी हुई है, जिससे सर्दी का असर और बढ़ गया है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना बनी हुई है।
कुरुक्षेत्र में पूरे दिन बूंदाबांदी का अनुमान
कुरुक्षेत्र में गुरुवार सुबह से बूंदाबांदी शुरू हो गई है, जिससे वातावरण में ठंडक बढ़ गई है। यहां अधिकतम तापमान 20 डिग्री और न्यूनतम 12 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि पूरा दिन बूंदाबांदी का सिलसिला जारी रह सकता है। ठंडी हवाओं के कारण लोगों को ठंड का अनुभव हो रहा है और सड़कों पर भीड़ कम देखी जा रही है।
पश्चिमी विक्षोभ का असर और आगामी मौसम पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, 28 फरवरी को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे 1 और 2 मार्च को हरियाणा में मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। इस दौरान कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की भी संभावना है। खासकर उत्तरी और मध्य हरियाणा में अधिक प्रभाव देखने को मिल सकता है।
किसानों के लिए चेतावनी
हरियाणा एक कृषि प्रधान राज्य है और बदलते मौसम का सबसे अधिक प्रभाव किसानों पर पड़ता है। बारिश और ओलावृष्टि की संभावना को देखते हुए कृषि विशेषज्ञ किसानों को सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं।
जिन किसानों की गेहूं और सरसों की फसल तैयार हो चुकी है, उन्हें बारिश से बचाने के लिए उचित उपाय करने चाहिए। मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे मौसम अपडेट पर ध्यान दें और जरूरत पड़ने पर फसल की कटाई जल्द पूरी करें।
क्या करें और क्या न करें
- अगर आप यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो मौसम की जानकारी लेकर ही बाहर निकलें।
- वाहन चलाते समय फिसलन भरी सड़कों से बचें और सावधानी बरतें।
- किसानों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम के अनुसार अपनी फसलों की सुरक्षा के उपाय करें।
- ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनें, खासकर बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
हरियाणा में मौसम का मिजाज बदलने से लोगों को राहत और परेशानी दोनों का सामना करना पड़ सकता है। जहां बारिश से प्रदूषण कम होगा और वातावरण में ताजगी आएगी, वहीं किसानों के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण समय हो सकता है। अगले चार दिनों तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा, इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है।