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हरियाणा में मौसम का बदला मिजाज: बारिश, ओलावृष्टि और कोहरे की वापसी।

तेज हवाओं के कारण हरियाणा के अधिकतर हिस्सों में दिन का तापमान 4-5 डिग्री तक गिर गया।

 
वेदर
वर्तमान में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण हरियाणा में बारिश और ओलावृष्टि दर्ज की गई।

हरियाणा में लंबे अंतराल के बाद मौसम ने करवट ली है। बीते कुछ दिनों से प्रदेश में मौसम शुष्क बना हुआ था, लेकिन अब पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। गुरुवार को कई जिलों में बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि हुई, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। इसके बाद शुक्रवार सुबह घने कोहरे की चादर बिछी रही, जिससे दृश्यता भी प्रभावित हुई।

पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम में बदलाव

मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण हरियाणा में बारिश और ओलावृष्टि दर्ज की गई। खासतौर पर हिसार, फतेहाबाद, पानीपत, करनाल, कैथल और रोहतक जैसे जिलों में इसका असर अधिक देखने को मिला। फतेहाबाद के जाखल मंडी, टोहाना और हिसार के उकलाना में ओलावृष्टि हुई, जिससे फसल को नुकसान पहुंचने की संभावना है।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 24 और 26 फरवरी को भी एक के बाद एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे फिर से हल्की बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा, दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी, जिससे ठंडक बढ़ सकती है।

कोहरे की वापसी और तापमान में गिरावट

शुक्रवार सुबह हरियाणा के कई जिलों में घना कोहरा छाया रहा। हिसार, रोहतक, भिवानी, पानीपत और करनाल में सुबह के समय दृश्यता कम होने से यातायात भी प्रभावित हुआ। वहीं, बारिश और तेज हवाओं के कारण हरियाणा के अधिकतर हिस्सों में दिन का तापमान 4-5 डिग्री तक गिर गया।

रोहतक में अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि प्रदेश में सबसे अधिक था। वहीं, न्यूनतम तापमान 12-14 डिग्री के बीच दर्ज किया गया। विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिल सकती है।

कृषि पर असर और किसानों के लिए सलाह

बारिश और ओलावृष्टि का सबसे अधिक प्रभाव रबी फसलों पर पड़ सकता है। गेहूं, सरसों और चने की फसलों को अधिक नमी से नुकसान हो सकता है। खासकर सरसों की फसल कटाई के लिए तैयार हो रही है, ऐसे में बारिश और ओलावृष्टि किसानों के लिए चिंता का विषय बन सकती है।

कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि किसान इस मौसम में जलभराव से बचाव करें और फसलों की नियमित निगरानी करें। जिन क्षेत्रों में ओलावृष्टि हुई है, वहां किसानों को सलाह दी जाती है कि वे खेतों में फसलों की स्थिति का आकलन करें और आवश्यक कदम उठाएं।

आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम?

मौसम विभाग के अनुसार, 21 फरवरी को हरियाणा के उत्तरी जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। 24 और 26 फरवरी को भी बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। हालांकि, 27 फरवरी के बाद मौसम शुष्क हो सकता है और तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी।

कुल मिलाकर, हरियाणा में मौसम फिलहाल बदल रहा है और अगले कुछ दिनों तक बारिश, कोहरे और ठंड का प्रभाव बना रहेगा। किसानों और आमजन को मौसम के पूर्वानुमान पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है।

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